छात्राओं से आह्वान किया कि वोट जरूर करें, लेकिन बाहुबलियों को नहीं. बाहुबलियों की पहचान तो बतायी नहीं जा सकती, लेकिन मतदाता अपने क्षेत्र के बाहुबली प्रत्याशी को बखूबी पहचानते हैं. श्री राव ने कहा कि चुनाव में धनबल का भी प्रयोग किया जाता है, जो मतदाताओं को गलत दिशा में ले जाता है. छात्राएं अपने माता-पिता के साथ-साथ अपने-अपने समाज के लोगों से कहें कि पैसे से वोट खरीदनेवाले को वोट नहीं देंगे. किसी से पैसे नहीं लेंगे. बाहुबलियों का चुनाव में बहिष्कार करें. कहा गया है कि मातृ देवो भव:, पितृ देवो भव: और आचार्य देवो भव:. लेकिन वोट डालने के लिए किसी के दबाव में नहीं आना है.
देश को आगे तभी ले जाया जा सकता है, जब हम अपने विवेक से स्वच्छ व ईमानदार छवि के लोगों का चुनाव करेंगे. उन्होंने कहा कि राजनीतिक पार्टियों में लोकतांत्रिक व्यवस्था आ जाये, तो चुनाव स्वत: लोकतांत्रिक हो जायेगा. उन्होंने उन छात्राओं को हाथ उठाने को कहा, जिन्हें वोटर कार्ड नहीं मिला है. 10 छात्राओं ने हाथ उठाया. उन्हें वोटर आइकार्ड प्राप्त करने की सलाह दी. उन्होंने संतोष व्यक्त किया कि अधिकतर छात्राओं के पास वोटर आइकार्ड है.
श्री राव के साथ आये एसपी झिंगन ने कहा कि वोट डालने में जात-पात और पैसा न देखें. यह हमारे देश को बरबाद कर रहा है. प्राचार्य डॉ मीना रानी ने कहा कि प्रजातंत्र में मतदान का बहुत महत्व है. वोट नहीं करना अपराध है. गलत व्यक्ति को मतदान करना उससे भी बड़ा अपराध है. वह इसलिए कि अपराधिक तत्व के लोगों से देश का भला नहीं हो सकता. इस मौके पर तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के डीएसडब्ल्यू डॉ उपेंद्र साह, कॉलेज के सभी शिक्षक व बड़ी संख्या में छात्राएं मौजूद थीं.