भागलपुर: तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय में प्रोन्नति के मामले की जांच को लेकर विजिलेंस की टीम पहुंची थी. गुरुवार को ही टीम के एकल सदस्य ने जांच करने के बाद वापस लौट गये. सूत्र बताते हैं कि यह मामला भुस्टा के महासचिव डॉ शंभु प्रसाद सिंह द्वारा विजिलेंस को पूर्व में सौंपे गये आवेदन से जुड़ा है. आवेदन में डॉ सिंह ने शिक्षकों की प्रोन्नति में धांधली का आरोप लगाया था. डॉ सिंह ने बताया कि उन्हें जहां तक मालूम है कि उनके आवेदन पर वेतन में धांधली के आरोप की जांच के लिए विजिलेंस के अधिकारी आये थे.
उन्होंने यह भी बताया कि विजिलेंस अधिकारी कुलसचिव कार्यालय में बैठे थे. बताया यह भी जा रहा है कि नव अंगीभूत कॉलेजों में शिक्षकों को मिल रहे वेतन संबंधी जांच के लिए भी आये थे. विश्वविद्यालय के एक कर्मी ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि जिस समय विजिलेंस कर्मचारी आये थे, उस समय कुलसचिव कार्यालय में मदन अहिल्या महिला कॉलेज की एक शिक्षकेतर महिला कर्मी प्रेमनंदनी भी वेतन की मांग को लेकर बैठी थीं.
विजिलेंस अधिकारी के परिचय देने के बाद महिला कर्मी ने अपनी समस्या उन्हें भी सुनाया. महिला कर्मी का कहना था कि जब वह लगातार काम कर रही हैं, तो वेतन क्यों नहीं मिल रहा. 2008 तक वेतन मिला था. विजिलेंस अधिकारी ने कहा कि अगर यह नियम संगत होगा, तो वेतन जरूर मिलेगा.