भागलपुर: साउथ बिहार स्टेट पावर डिस्ट्रीब्यूशन (होल्डिंग) कंपनी लिमिटेड से विद्युत आपूर्ति क्षेत्र, भागलपुर के इंजीनियरों को वाहन रखने का निर्देश मिला है, लेकिन नियम-शर्त के कारण वाहन मालिक ही तैयार नहीं है.
नतीजतन पहले भी इंजीनियर पैदल थे और आज भी पैदल रह गये हैं. कुछ इंजीनियर प्राइवेट वाहनों को रखे हैं और इसका अतिरिक्त भार खुद उठा रहे हैं. वाहन की सुविधा नहीं मिलने के कारण विद्युत इंजीनियरों का अधिकांश समय ऑफिस में बीतता है. बिजली मिस्त्री के भरोसे रहती है आपूर्ति लाइन.
एसडीओ को रखना है ट्रॉली वाहन : अधिकारियों के मुताबिक सहायक विद्युत को भी वाहन रखने की अनुमति है, लेकिन वाहन ट्रॉली युक्त होना चाहिए, ताकि इसमें ट्रांसफारमर, तेल, विद्युत तार लोड हो सके.
विद्युत इंजीनियरों को प्राइवेट वाहन रखने की अनुमति मिली है. नियम व शर्त के बाद भी वाहन मालिक को कम से कम 12 हजार रुपये की बचत होगी.
श्याम सुंदर प्रसाद श्रीवास्तव
महाप्रबंधक, विद्युत आपूर्ति क्षेत्र, भागलपुर