मई माह में अपराधियों ने गुलचा का अपहरण कर उसकी हत्या कर दी थी और लाश को गंगा नदी में फेंक दिया था. गुलचा के शरीर पर चोट के गहरे जख्म मिले थे. अपराधियों ने गुलचा के बनियान से गला दबा कर उसे मार डाला था. उसका फूल पैंट और टी-शर्ट गायब था. शरीर पर सिर्फ अंडरवियर और बनियान था. गुलचा का शव रजंदीपुर दियारा के पास गंगा नदी में मिला था.
वहां से प्रदीप बाबा, दुर्गा यादव और उसके साथियों ने लाश को नाव से खींच कर बरारी पुल घाट लाया था और पुलिस को जानकारी दी थी. मृतक के परिजनों के मुताबिक, अवैध संबंध का राजदार होना गुलचा की हत्या का कारण बना है. प्रदीप बाबा और एक महिला के अवैध संबंध की भनक गुलचा को लग गयी थी. इस कारण उसे रास्ते से हटा दिया गया. परिजनों के मुताबिक, हत्या का मास्टरमाइंड प्रदीप बाबा और वह महिला है. हत्या से पूर्व गुलचा दुर्गा के होटल में दुर्गा यादव, समीर उर्फ खुटिया, अमरदीप तांती और फौजी के साथ खाया-पीया था. इसके बाद से वह गायब हो गया था. गुलचा के पोस्टमार्टम रिपोर्ट में डूबने से मौत होना बताया गया है. पुलिस का कहना है कि आखिर खा-पीकर वह रात में गंगा नदी में क्यों डूबने जायेगा? घटना के परिस्थितिजन्य साक्ष्यों के आधार पर पांच आरोपियों पर केस सत्य करार दिया गया है.