भागलपुर: 150 साल पुराने इंटर स्तरीय मोक्षदा बालिका उच्च विद्यालय के तीन कमरे पूरी तरह जजर्र हैं. इसकी छत कभी भी गिर सकती है. ईंट से लेकर प्लास्टर तक दरक गया है. तीनों कमरा में नौवीं कक्षा के अलग -अलग बैच की पढ़ाई होती है. स्कूल प्रबंधन ने कमरा तोड़ने के लिए 12 बार आवेदन शिक्षा विभाग को लिखा. लेकिन विभाग इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है. बरसात में कमरा में पानी टपकता है. वर्तमान में भी स्कूल प्रशासन की ओर से नये आरडीडीइ व डीइओ को आवेदन देकर कमरा के मरम्मत का अनुरोध किया गया. लेकिन विभाग की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गयी.
स्कूल की प्राचार्या सुषमा गुप्ता ने बताया कि पिछले छह सालों से जजर्र क्लास रूम में छात्रएं पढ़ रही हैं. छात्रएं व शिक्षिका कक्षा में जाने से डरती हैं. कई बार छत का प्लास्टर टूट कर गिर चुका है. इसमें छात्रएं व शिक्षिकाएं बाल -बाल बचीं हैं. कमरा के मरम्मत के लिए शिक्षा विभाग को वर्ष 2011 से 2014 तक डीइओ से लेकर आरडीडीइ तक अलग -अलग तिथि में 12 आवेदन लिखे गये हैं.
लेकिन विभाग नहीं सुनता है. विद्यालय विकास फंड में भी इतना पैसा नहीं है कि कमरे की मरम्मत करा सकें. स्थानीय नगर विधायक ने भी एक कार्यक्रम के दौरान स्कूल का भ्रमण किया था. जजर्र कमरा देखने के बाद उन्होंने भरोसा दिलाया था कि शिक्षा विभाग से बात कर अविलंब मरम्मत का कार्य शुरू करायेंगे. लेकिन अभी तक किसी ओर से कुछ नहीं किया गया.