जमुई/खैरा: जमुई के गिद्धेश्वर जंगल के ललदैया काउजवे पुल के समीप शुक्रवार को पुलिस वाहन पर हुए नक्सली हमले में सुल्तानगंज प्रखंड के सियाडीह गांव का लाल शहीद अंशुमन कुमार हो गया. सुबह छह बजे परिजनों को इसकी सूचना मिली.
दोपहर 12 बजे के करीब बीएमपी वाहन से शहीद के पार्थिव शरीर को गांव लाया गया. अपने वीर सूपत के अंतिम दर्शन को पूरा इलाका उमड़ पड़ा. सभी उनकी शहादत पर गर्व कर रहे थे. ताबूत खुलते ही शहीद की पत्नी शशि स्वीटी व डेढ़ साल की बेटी शालू दहाड़ मारकर रोने लगी. परिजनों ने बताया कि वर्ष-2011 में मकन्मदपुर गांव में अंशुमन की शादी हुई थी. सूचना मिलते ही ससुराल वाले भी पहुंच गये थे. एसएसपी राजेश कुमार सहित कई गणमान्य लोगों ने शहीद को श्रद्धांजलि दी. शहीद की पत्नी ने कहा कि घटना के एक घंटा पहले मोबाइल पर उनसे बातचीत हुई थी. कह रहे थे कि दुर्गा पूजा में आऊंगा. पर वे झूठ बोल रहे थे. अब वे कभी नहीं आयेंगे.
इसके पूर्व, पांच राज्यों में आहूत नक्सली बंद के दौरान शुक्रवार को माओवादियों ने जमुई के विभिन्न इलाकों में जमकर तांडव मचाया. चार बजे सुबह उन्होंने गिद्धेश्वर जंगल के ललदैया काउजवे पुल के समीप पुलिस वाहन पर हमला कर दिया. जिसमें एसटीएफ के जवान अंशुमन कुमार (सुल्तानगंज निवासी) मौके पर ही शहीद हो गये, जबकि दो अन्य जवान अजय कुमार एवं सुमन कुमार गंभीर रूप से जख्मी हो गये हैं. बेहतर इलाज के लिए उन्हें पटना रेफर कर दिया गया है. इसके पूर्व, रात के वक्त 50 हथियारबंद नक्सलियों ने परासी गांव के पास बन रहे निर्माणाधीन पुलिस कैंप को विस्फोट कर उड़ा दिया.
जानकारी के अनुसार रात के 11.30 बजे के करीब 50 से 60 हथियारबंद महिला एवं पुरुष नक्सली परासी के समीप निर्माणाधीन पुलिस कैंप पर आ धमके. पहले उन्होंने वहां सो रहे रात्रि प्रहरी तुलसी राय, केवल राय, जेसीबी चालक निक्कु कुमार, उप चालक विकास कुमार को जगाया और हाथ-पैर बांधकर चुप-चाप रहने को कहा. इसके बाद केन बम का प्रयोग कर निर्माणाधीन भवन के आधा हिस्सा को क्षतिग्रस्त कर दिया. साथ ही लकड़ी व निर्माण कार्य सामग्रियों को भी आग के हवाले कर दिया. बताया जाता है कि उक्त स्थल पर लगभग डेढ़ से दो घंटा तक नक्सली रुके रहे और आराम से घटना को अंजाम देकर उत्तर दिशा में जंगल के रास्ते भाग निकले.
सूचना मिलने के बाद शुक्रवार सुबह तीन बजे एसपी के नेतृत्व में सीआरपीएफ, एसटीएफ व पुलिस बल घटनास्थल की ओर रवाना हुए. गिद्धेश्वर जंगल के ललदैया कॉजवे पुल के समीप घात लगाये नक्सलियों ने पुलिस काफिले पर हमला बोल दिया. जिसमें एक जवान शहीद व दो जख्मी हो गये. इसके बाद भी नक्सलियों का जत्था वहां काफी देर तक जमा रहा. इसी बीच रिलायंस मोबाइल कंपनी का एक वाहन जंगल के रास्ते गुजर रहा था. नक्सलियों ने पुलिस वाहन समझ दोबारा गोलीबारी शुरू कर दी. जिससे वाहन का अगला टायर पंर. चालक की तत्परता की वजह से वाहन में सवार लोगों को कुछ नहीं हुआ.
पुलिस को टेप करने की थी योजना
बंद के दौरान नक्सली पुलिस को टेप करना चाहते थे. इसके लिए खास रणनीति के तहत पहले नक्सलियों ने परासी के पास पुलिस कैंप को केन बम से उड़ा दिया. वे चाहते थे कि हमले के बाद पुलिस मौके पर पहुंचे ओर उन्हें निशाना बनाया जाये. इसके लिए एरिया कमांडर सिद्धु कोड़ा के नेतृत्व में नक्सली गिद्धेश्वर जंगल के ललदैया कॉजवे के समीप घात लगाये हुए थे. सुबह के लगभग तीन बजे एसपी के नेतृत्व में एसटीएफ,सीआरपीएफ व अन्य पुलिस बल उसी रास्ते परासी जा रहे थे. पुलिस वाहन के ललदैया कॉजवे के करीब पहुंचते ही नक्सलियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी. इस हमले में एक गोली एसटीएफ जवान अंशुमन कुमार के गले में लग गयी, जिससे वहीं उनकी मौत हो गयी. बताया जाता है कि लगातार गोलीबारी के बावजूद चालक ने वाहन को तेजी से आगे बढ़ाकर अन्य जवानों को बचा लिया अन्यथा कई और जवान उनकी गोली का निशाना बन सकते थे.
पुलिस ने चलाया छापेमारी अभियान
गुरुवार देर रात्रि परासी गांव के समीप निर्माणाधीन पुलिस कैंप में विस्फोट करने, पुलिस वाहन पर अंधाधुंध फायरिंग करने को लेकर नक्सलियों के खोज में पुलिस ने छापेमारी अभियान शुरू कर दिया है. शुक्रवार को अपर पुलिस अधीक्षक अभियान सीके सचिन्द्रन,सीआरपीएफ 215 के डिप्टी कमांडेंट अशोक कुमार तथा खैरा थाना के प्रजेश दूबे एवं दीपक कुमार के नेतृत्व में नक्सलियों के ठिकानों पर छापेमारी अभियान चलाया गया. इस अभियान में सीआरपीएफ,एसटीएफ और जिला पुलिस को लगाये गये थे. इस बाबत पूछे जाने पर अभियान एसपी एस सचिन्द्रन ने बताते हैं कि छापेमारी गिद्धेश्वर और आस-पास के जंगलों में की जा रही है. छापेमारी अभियान में 200 से भी अधिक जवानों लगाये गये हैं. छापेमारी अभियान लगातार जारी है एवं झारखंड की सीमा से लगे इलाकों को सील कर दिया गया है. हरनी, खलारी, हरखार, ताराटांड़ के जंगलों में नक्सलियों की खोज में कांबिंग ऑपरेशन चलाया जा रहा है.