भागलपुर: जेबीआर कंस्ट्रक्शन के तत्वावधान में बुधवार को गांधी शांति प्रतिष्ठान केंद्र में विचार गोष्ठी हुई. गोष्ठी से पहले युवा साहित्यकार नीरज कुमार द्वारा संपादित पत्रिका कारवां का लोकार्पण पटना से आये उर्दू आलिमी अवार्ड से सम्मानित शमोएल अहमद, डॉ योगेंद्र, भगवान प्रलय, सुजाता, पीएन जायसवाल, नीरज कुमार ने संयुक्त रुप से किया.
मुख्य अतिथि शमोएल अहमद ने न थक कर बैठ कि तेरी उड़ान बाकी है, जमीन खत्म हुई आसमान बाकी है पंक्ति से अपनी बात शुरू की. उन्होंने कहा कि यह पत्रिका समय की चिंताओं से जुड़ी हुई है.
उन्होंने कहा कि एक आलोचक को लकड़हारे की भूमिका नहीं, बल्कि माली की भूमिका निभानी चाहिए. मुख्य वक्ता के रूप में भगवान प्रलय ने कहा कि कारवां हिंदी साहित्य जगत की समृद्ध पत्रिकाओं में शुमार है. मौके पर कवि शिव कुमार झा, दिनेश तपन, सुधांशु, राजेश प्रसाद सिंह, बासुकीनाथ सिंह, रिया, चांद झुनझुनवाला, जयंत जलद आदि उपस्थित थे.