भागलपुर: सरकारी अनाज की चोरी पर लगाम लगाने के लिए यंत्रों की मदद ली जायेगी. सरकारी गोदामों के बीच माल ढ़ुलाई करने वाले ट्रकों में जीपीएस (ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम) लगाया गया है. गुरुवार से एफसीआइ गोदाम से एसएफसी गोदाम तक खाद्यान्न ढुलाई करने वाले ट्रकों में यह सिस्टम काम करने लगा है.
प्रभारी सचिव विनय कुमार ने भी इस नयी व्यवस्था का जायजा लिया. फिलहाल 80 ट्रकों में जीपीएस सिस्टम काम करने लगा है. एसएफसी गोदाम से पीडीएस डीलरों तक खाद्यान्न पहुंचाने वाले 20 से अधिक ट्रकों में यह सिस्टम लगा दिया गया है. हालांकि इसकी कनेक्टिवीटी फिलहाल नहीं हो पायी है. जीपीएस सिस्टम लग जाने के कारण राज्य से लेकर जिला स्तर पर खाद्यान्न ढुलाई की मॉनीटरिंग की जा सकेगी.
प्रभारी सचिव ने देखा जीपीएस सिस्टम. प्रभारी सचिव विनय कुमार ने जीपीएस सिस्टम की मदद से माल ढ़ुलाई वाले ट्रकों की स्थिति भी देखी. उन्होंने इस सिस्टम को चोरी पर नकेल लगाने में कारगर साबित होने का दावा किया. उन्होंने कहा कि डोर स्टेप डिलीवरी वाले वाहनों में इस जीपीएस सिस्टम के लगने से राशन वितरण में पारदर्शिता आ जायेगी.
खाद्यान्न चोरी पर लगेगा अंकुश
गोदामों के बीच व गोदाम से पीडीएस दुकानों तक गेहूं, चावल की ढ़ुलाई में खाद्यान्न चोरी की आशंका बनी रहती है. कई बार गोदाम से खाद्यान्न लेकर निकलने वाला ट्रक निर्धारित रूट के अलावा अन्य रूटों पर भी चलने लगते हैं. आशंका जतायी जाती है कि अन्य रूट पर जाकर ट्रक से खाद्यान्न उतार लिया जाता है. इस तरह के मामले पूर्व में जिला प्रशासन की जांच में पकड़े भी गये हंै. अब ट्रकों के खाद्यान्न लेकर निकलने से लेकर उसे निर्धारित स्थान पर पहुंचने तक की पूरी मॉनीटरिंग की जा सकेगी.