भागलपुर: ऑटो व बसों में भूख से बिलखते बच्चे, जल्द से जल्द अस्पताल पहुंचने की आस में एंबुलेंस में तड़प रहे मरीज, समय से परीक्षा केंद्र पहुंचने के लिए ऑटो से उतर गिरते-पड़ते दौड़ते परीक्षार्थी, बाइक सवारों से विक्रमशिला पुल पार कराने की गुहार लगाते सैकड़ों लोग. जिले के विभिन्न जगहों पर बुधवार को दिख रहे ये हालात महाजाम से त्रहिमाम की भयावह तसवीर पेश कर रहे थे. विक्रमशिला पुल पर मंगलवार की देर रात एक ट्रक का गुल्ला टूटने से लगा जाम बुधवार को भी जारी रहा.
जाम से शहर में ट्रकों की लंबी कतार लगी रही और जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया. दोपहर बाद जाम से थोड़ी राहत मिली, लेकिन शाम होते ही फिर पुल पर जाम हो गया. इसके बाद देर रात शहर में फिर ट्रकों की लंबी कतार लग गयी.
गलियों में तब्दील एनएच व शहरी सड़कें, सैकड़ों ट्रकों की लंबी कतार, छोटे वाहनों की चिल्ल-पों के बीच शहरवासी हलकान होते रहे. पुल का मेनहोल खुला रहने के कारण पुल पर ट्रक दुर्घटनाग्रस्त हो गयी. डीएम ने इसको गंभीरता से लिया तथा पुल निर्माण निगम के कार्यपालक अभियंता से शो कॉज पूछते हुए पुल की तुरंत मरम्मत का निर्देश दिया है.
नजरअंदाजी पड़ी भारी : विक्रमशिला पुल पर बने गड्ढे की प्रशासन द्वारा नजरअंदाजी का परिणाम आमजनों को भुगतना पड़ रहा है. मालूम हो कि मंगलवार देर रात पुल पर 19 नंबर पाया के पास गड्ढे के कारण ट्रक का गुल्ला टूट गया और खराब ट्रक ने दो अन्य ट्रकों को भी ठोंक दिया. इस कारण विक्रमशिला पुल ऐसा ब्लॉक हुआ कि पैदल गुजर पाने को भी जगह नहीं थी. देर रात नवगछिया व बिहपुर की ओर से आ रहे ट्रकों से एनएच 31 पर भी ट्रकों की लंबी कतार लग गयी. पुल पर दुर्घटना स्थल के दोनों पार एक साइड ट्रकों के साथ यात्री वाहन भी खड़े रहे. ऑटो व बस में लोग हलकान होते रहे. देर-सबेर पहुंचे प्रशासन ने किसी तरह से दुर्घटनाग्रस्त ट्रकों को हटवाया.
ठहर गया शहर, त्रस्त रहे शहरवासी
जाम से मंगलवार देर रात बड़े वाहन शहर से निकल नहीं पाये. इस कारण बुधवार को शहर में नो इंट्री लागू ही नहीं हो पायी. रात में बस व ट्रक के प्रवेश के कारण शहर की हर सड़क वाहनों से पट गयी थी. बड़ी-बड़ी बस, 10 चक्कावाले ट्रक के प्रवेश के कारण जाम की स्थिति और भयावह होती गयी. स्कूल से लेकर कॉलेज, बाजार से लेकर अस्पताल तक जाम का असर साफ दिख रहा था. शहर में विभिन्न चौक-चौराहों पर तैनात पुलिस के अधिकारी व जवान जाम छुड़ाने का उपाय करते दिखे. बावजूद इसके प्रशासन के उपायों पर शहरवासियों की परेशानी भारी रही.