दुमका/ भागलपुर: राहुल यादव की गिरफ्तारी के बाद यह बात सामने आयी है कि मृतक रौशन राज वर्मा की हत्या भूमि विवाद में नहीं हुई थी. पहले यह आशंका की जा रही थी कि रौशन के पिता संजय वर्मा से किसी जमीन को लेकर राहुल के भाई का विवाद था. एसपी निर्मल कुमार मिश्र ने बताया कि राहुल पूर्व में भी वर्मा ज्वेलर्स में खरीदारी करने आया था. जहां वर्मा ज्वेलर्स के मालिक के बेटे राज वर्मा से पुराने लेन-देन को लेकर विवाद हुआ था. बकाये 15 हजार रुपये के भुगतान नहीं होने पर उसे वर्मा ज्वेलर्स में राज वर्मा व कर्मियों ने रोका था. इसके बाद ही आपराधिक मनोवृत्ति का राहुल ने राज वर्मा व परिवार के किसी व्यक्ति की हत्या करने का निर्णय लिया था और बदले की भावना से उसने राज के चचेरे भाई रौशन राज वर्मा की हत्या कर दी थी. रौशन वर्मा हत्याकांड के बाद राहुल उर्फ आरके के खिलाफ नगर थाना में तीन मामले दर्ज हो गये हैं. हत्या के बाद कांड संख्या 152/13 में 302, 120 बी, 34 भादवि एवं 27 आर्म्स एक्ट के तहत 5 अगस्त को मामला दर्ज हुआ था. रंगदारी के मामले में भी नामजद मामला दर्ज हुआ. अब हथियार बरामदगी के मामले में पुलिस ने कांड संख्या 156/13 में 12 अगस्त को धारा 125 (1बीए) एवं 26 आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है.
हथियारों के साथ मिले तसवीर
बोर्ड में 90 फीसदी से ज्यादा अंक लाने तथा टीएनबी कॉलेज भागलपुर से बायलॉजी में ग्रेजुएट तथा मजबूत कदकाठी का दिखने वाला राहुल उर्फ आरके फिल्मों से भी प्रभावित है. उसने हथियारों के साथ अपनी कई तस्वीरें खिचवाई है, जो उसके मोबाइल में लोड पाये गये. मिली जानकारी के मुताबिक कुछ दिनों तक वह मुंबई में भी रहा है. नशीली दवाओं का सेवन करने वाले राहुल पर तिलकामांझी थाने में दस साल पहले मामला दर्ज हुआ था.
क्या था मामला : राहुल उर्फ आरके का वर्मा ज्वेलर्स के राज वर्मा के साथ पुराने बकाये की मांग को लेकर विवाद हुआ था. राज वर्मा से राहुल पहले भी सोने के जेवरात खरीदता रहा है. 5 अगस्त को जब राहुल राज वर्मा के दुकान पहुंचा तो उसने अपने बकाये की राशि 15 हजार की मांग की. राहुल पैसा देने में आनाकानी करने लगा था, तब राज व दुकान के स्टॉफ ने उसे घेरे लिया था. लेकिन सिगरेट पीने की बात कहकर वह दुकान से निकल गया था. उसी दिन उसने राज वर्मा या फिर उसके परिवार के किसी सदस्य को हत्या का निर्णय लिया था. इस दौरान उसने राज वर्मा के चचेरे भाई रौशन राज वर्मा की हत्या कर दी थी. यह हत्या मिलते नाम तथा एक ही परिवार से जुड़े रहने की वजह से उसने बदले की भावना से की थी.
एसपी ने बताया कि राहुल ने यह भी स्वीकार किया है कि श्री अग्रेसन भवन धर्मशाला के समीप रहने वाले कबाड़ी व्यवसायी महेश शर्मा से पांच लाख रुपये की रंगदारी मांगी थी. रंगदारी मांगने के लिए उसने जिस मोबाइल फोन का इस्तेमाल (मोबाइल-7250880538) किया था, वह भी बरामद कर लिया गया है.
घर से बुलाकर मार दी थी गोली
पांच अगस्त की शाम राहुल अपने सहयोगी फरहान खान उर्फ मून के साथ श्रीरामपाड़ा पहुंचा था. जहां वह वर्मा ज्वेलर्स का पता पूछते हुए संजय वर्मा के घर पहुंच गया था. घर पहुंचकर उसने वर्मा ज्वेलर्स का पता पूछने के बाद दुकान दिखाने के बहाने संजय वर्मा के बेटे रोशन राज वर्मा को घर से बाहर बुलाया और चौक तक बुलाकर उसके पर गोली चला दी थी. घटना में रोशन की मौत हो गयी थी. राहुल ने उसे चार गोलियां मारी थी. पुलिस ने घटनास्थल से खोखे भी बरामद किये थे. घटना के बाद पुलिस ने भागलपुर से घटना में शामिल रहे मून खान को गिरफ्तार किया था.