भागलपुर: गंगा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ते जाने से बाढ़ की स्थिति विकट होती जा रही है. नये इलाकों में बाढ़ का पानी फैलना जारी है. जगह-जगह तटबंध व सड़कें ध्वस्त हो रही हैं. दर्जनों गांव टापू बन गया है. लोग सत्तू-चूरा के सहारे पेट की आग को शांत कर रहे हैं.
सबौर से ममलखा के बीच एनएच 80 पर पानी का दबाव बढ़ गया है. अगर जलस्तर में वृद्धि जारी रही तो गंगा का पानी कभी भी एनएच को पार कर सकता है. जो लोग एनएच 80 पर शरण लिये हुए थे, वे भी अब दूसरी जगह की तलाश करने लगे हैं. फिलहाल बाढ़ पीड़ित सड़क किनारे प्लास्टिक का तंबू गाड़ कर रह रहे हैं. अब उनकी आंखों प्रशासन की ओर से मदद की राह तक रही है. गुरुवार को गंगा का जलस्तर खतरे के निशान 33.68 मीटर से 17 सेंटीमीटर ऊपर था. गुरुवार अपराह्न् दो बजे अचानक मसाढ़ू बांध टूट गया और गांव में बाढ़ का पानी फैल गया.
गंगा का पानी खतरे के निशान से ऊपर बहने के कारण इंजीनियरिंग कॉलेज पर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. होस्टल संख्या-चार के पीछे गंगा का पानी प्रवेश कर चुका है. लत्तीपुर, नरकटिया, नारायणपुर जमींदारी गंगा तटबंध पर गंगा के बढ़ते दबाव के कारण सोनवर्षा गांव के लोग एक बार फिर से बाढ़ आने की आशंका से सहमे हैं. गांव के लोग घरों की छतों पर खाने-पीने का सामान, जलावन समेत अन्य घरेलू चीजें सुरक्षित कर रहे हैं. तटबंध की स्थिति 7-8 जगहों पर पूरी तरह से नाजुक हो गयी है, जहां पर मरम्मत की आवश्यकता है.
शाहकुंड प्रखंड क्षेत्र की बेलथू पंचायत का मंझो, खुलनी लोगांय, बालाचौकी, फतेहपुर, मुंजत गांव बाढ़ से घिर गये हैं. बाढ़ से इन गांवों के अलावा हरपुर, अशरफपुर में हजारों एकड़ धान की लगी फसल डूब गयी है. कहलगांव में गंगा के जलस्तर में 8 घंटे प्रति सेंटीमीटर की रफ्तार से वृद्धि हो रही है. केंद्रीय जल आयोग के रिकॉर्ड के मुताबिक गुरुवार शाम छह बजे जलस्तर 31.71 मीटर था, जो खतरे के निशान 31.09 मीटर से 62 सेंटीमीटर ऊपर है.
नवगछिया प्रखंड की साहू परबत्ता पंचायत को बाढ़ से बचाने के लिए कनकी टोला के पास बनाया गया सुरक्षा बांध बुधवार की देर रात टूट गया, जिससे चार पंचायतों में बाढ़ का पानी फैल गया. खगड़ा, बोरवा बांध को गंगा नदी से सुरक्षा देने वाली प्रधानमंत्री ग्राम सड़क बोरवा कलबलिया के पास देर रात ध्वस्त हो गया है. सड़क के ध्वस्त हो जाने से गंगा का पानी तेजी से खगड़ा पंचायत को की ओर बढ़ रहा है. देर रात मिली जानकारी के अनुसार खगड़ा पंचायत के निचले इलाकों में बाढ़ का पानी फैल गया था. दूसरी तरफ इस बांध के ध्वस्त होने से साहू परवत्ता के कनकी टोला और बोतल टोला पूरी तरह से जल मग्न हो गया है. इन दोनों टोला के लोगों ने साहू परवत्ता उच्च विद्यालय में आकर शरण ली है.