भागलपुर: छेड़खानी रोकने के लिए विश्वविद्यालयों व महाविद्यालयों में फिल्म चलायी जायेगी. फिल्म की वीडियो फाइल यूजीसी (विश्वविद्यालय अनुदान आयोग) ने अपनी वेबसाइट पर अपलोड करने की सूचना जारी की है. यूजीसी ने निर्देश दिया है कि अकादमिक सत्र शुरू होने से पहले छात्रों के बीच फिल्म के जरिये प्रचार-प्रसार करें.
इसके अतिरिक्त अकादमिक सत्र की समस्त अवधि में इसे दिखाने को कहा गया है. सभी संस्थान, परिसर के भीतर प्रमुख स्थलों पर विज्ञापन (होर्डिग्स), सूचना पट्टिका या बैनर लगाने को कहा है ताकि छात्र रैगिंग में शामिल होने पर हतोत्साहित हो.
विज्ञापन सूचना पट्टिकाओं पर उन अधिकारियों के नाम व दूरभाष संख्या रहे, जिनसे रैगिंग की कोई भी घटना होने पर संपर्क साधा जा सके. सर्वोच्च न्यायालय व न्यायमूर्ति राघवन समिति की अनुशंसाओं के निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित करने को कहा गया है. इसके लिए सभी शैक्षिक संस्थान रैगिंग विरोधी समिति, वार्डनों व व्यवसायिक परामर्शदाताओं के एक समर्पित संवर्ग के दस्तों का सृजन करने को कहा गया है. संस्थान ऐसा कोई अभियान भी शुरू कर सकता है, जिसे वह रैगिंग के निराकरण के लिए उपयुक्त समझता है.