भागलपुर: स्टेट बार काउंसिल के निर्देश पर जिला विधिज्ञ संघ के मुसिलम अधिवक्ताओं के बीच बांटे जाने वाले 32 सौ रुपये की उपहार बुधवार को नहीं बंट सकी. कारण यह था स्टेट बार काउंसिल का वो पत्र तदर्थ कमेटी के अध्यक्ष के नाम आया था उसमें यह नहीं दिया गया था कि राशि किसके देखरेख में बंटे. राशि बंटने को लेकर कमेटी अध्यक्ष सत्यनारायण पांडे द्वारा बैठक बुलायी गयी जिसमें कमेटी के 11 सदस्यों में चार सदस्य राशि बांटना चाहते थे. अन्य 7 सदस्य चाहते थे कि कमेटी विचार-विमर्श कर इसका निर्णय ले.
तभी कुछ सदस्यों में वैचारिक मतभेद सामने उभर कर आये. तभी दो सदस्य बैठक बीच में ही छोड़ कर चले गये. राशि बंटता ना देख मुसिलम अधिवक्ताओं ने हो हंगामा शुरू कर दिया. कुछ अधिवक्ता बैठक में ही पहुंच गये व उपहार राशि देने की बात कहने लगे. अधिवक्ताओं का कहना था कि जब स्टेट बार काउंसिल ने राशि बंटने को लेकर दिशा-निर्देश दे दिया तो क्यों नहीं बांटी जा रही है उपहार राशि. वहीं तदर्थ कमेटी के अध्यक्ष श्री पांडे ने कहा कि वह राशि बांटने को लेकर दिशा -निर्देश मांगा है.
बार काउंसिल अध्यक्ष को दिये पत्र में उन्होंने कहा कि इस मार्गदर्शन दे कि राशि नियमानुसार बंटे कि अभी के परिस्थति में बांटा जाये. वहीं जिला विधिक संघ के पूर्व महासचिव संजय कुमार मोदी ने उपहार वितरण नहीं बंटने को लेकर कहा कि काउंसिल उपाध्यक्ष कामेश्वर पांडे व सदस्य प्रेमनाथ ओझा झूठा व भ्रामक बयान देकर अधिवक्ताओं को अपमानित करने का काम किया है.