भागलपुर: तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन परिसर में तिलकामांझी की जयंती मनायी गयी. कुलपति प्रो रमा शंकर दुबे, प्रतिकुलपति प्रो एके राय, डीएसडब्ल्यू डॉ गुरुदेव पोद्दार, प्रोक्टर डॉ रामप्रवेश सिंह, कुलसचिव डॉ गुलाम मुस्तफा व कर्मचारियों के अलावा छात्र संगठन एआइडीएसओ ने भी तिलकामांझी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया.
पीजी अंगिका विभाग में भी जयंती मनायी गयी. कुलपति ने कहा कि तिलकामांझी का जन्म 11 फरवरी 1750 को हुआ था. उन्होंने संथाल सेना तैयार कर अंगरेजों की मुखालफत की, इससे यह साबित होता है कि इस विवि की परंपरा देश के लिए जीना है. उन्होंने आह्वान किया कि तिलकामांझी की तरह समता मूलक समाज की स्थापना के लिए शिक्षा का अलख जगाएं.
अंगिका विभाग में आयोजित कार्यक्रम में हिंदी विभाग की अध्यक्ष डॉ विद्या रानी, प्रो अरविंद कुमार, अंगिका के विभागाध्यक्ष डॉ मधुसूदन झा, प्रो बहादुर मिश्र, प्रो परशुराम राय प्रेम प्रभाकर आदि ने तिलकामांझी के कृतित्व पर प्रकाश डाला और उनके ऊपर शोध की आवश्यकता जतायी. एआइडीएसओ की ओर से जिलाध्यक्ष रोशन कुमार रवि, विकास कुमार, दीपक मंडल, दिनेश मुमरू, जवाहर, प्रीतम कुमार, राजेश कुमार, मणिकांत, नीतीश, मो शाहनवाज वारसी, दीपक, चमन, चंदन, प्रियंका, ज्योति, पूजा, सपना, रंजना कुमारी ने प्रतिमा पर माल्यार्पण किया.