कर्मियों ने यह भी चेतावनी दी कि वेतन भुगतान अगर शुक्रवार तक नहीं हुआ, तो हड़ताल पर चले जायेंगे. अस्थायी सफाइकर्मी संघ के अध्यक्ष लड्डू हरि ने कहा कि नगर आयुक्त और सफाई एजेंसी के सामने करार हुआ था कि हर महीने की पांच तारीख को वेतन मिलेगा. करार के अनुसार आज हमलोगों को वेतन मिलना था, जो नहीं मिला. निजी एजेंसी का कोई अधिकारी भी इस संबंध में कोई बात करने नहीं आया.
हमलोगों के साथ करार को तोड़ा गया है. जब तक हमें वेतन नहीं मिलेगा, काम नहीं करेंगे. बता दें कि एक जनवरी से 36 वार्डो की सफाई व्यवस्था निजी एजेंसी को सौंपे जाने को लेकर अस्थायी सफाइकर्मियों ने हड़ताल की थी. 15 दिन की हड़ताल के बाद जब वे काम पर लौटे, तो निगम के स्थायी सफाइकर्मी हड़ताल पर चले गये. इस कारण जनवरी में शहर की सफाई व्यवस्था पूरी तरह अस्त-व्यस्त रही. जगह-जगह कचरा जमा हो गया था. धीरे-धीरे व्यवस्था पटरी पर लौट रही थी कि वेतन नहीं मिलने से नाराज अस्थायी सफाइकर्मियों ने एक बार फिर काम बंद करने की घोषणा कर दी है. इनके काम नहीं करने से शुक्रवार को शहर की सफाई व्यवस्था प्रभावित होगी.