-बिचौलिये को सीसीटीवी के बूते पकड़ना संभव नहीं-नीति में बदलाव पर टीएमबीयू ने लिया आंतरिक निर्णयवरीय संवाददाता भागलपुरतिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय प्रशासन ने दलालों के चंगुल में छात्रों के फंसने के मामले की आंतरिक रूप से जांच की है. इस मामले में जो खुलासे हुए हैं, वे चौंकानेवाले हैं. हालांकि इस पर कोई अधिकारी बोलने को तैयार नहीं हैं, लेकिन विश्वविद्यालय सूत्रों के अनुसार दलाली की कहानी अब कॉलेजों से शुरू हो गयी है. कुछ ऐसे संबद्ध कॉलेज हैं, जो विश्वविद्यालय द्वारा पेंडिंग रिजल्ट जारी हो जाने के बाद भी छात्रों को रिजल्ट पेंडिंग होने की बात कह कर बरगला रहे हैं. इसके बाद छात्र वहीं से बिचौलियों के चक्कर में फंसते हैं और विवि में भटकनेवाले बिचौलिये तक उनका शोषण करते हैं. दलाली के बदले इस तरीके में भी आखिरकार परेशान छात्र ही होते हैं. इसमें वैसे छात्र भी फंस रहे हैं, जिनका पेंडिंग रिजल्ट सच में दुरुस्त नहीं हुआ है. कॉलेज से लेकर विवि परिसर के बाहर ही छात्रों से पैसे का लेन-देन हो जाता है. ऐसे में ऑडिटोरियम में दलालों को पकड़ने के लिए लगनेवाले सीसीटीवी कैमरे किस तरह उन्हें पकड़ पायेंगे, यह फिलहाल यक्ष प्रश्न है. परीक्षा विभाग में सीसीटीवी कैमरे वर्षों से लगे हुए हैं. इस विभाग में दलालों के बोलबाला होने का आरोप भी वर्षों से लगता रहा है, लेकिन सीसीटीवी कैमरों ने आज तक एक भी दलाल को पकड़ने में भूमिका नहीं निभायी. ऐसे में ऑडिटोरियम में लगनेवाला कैमरा दलालों को कैसे पकड़ेगा. वैसे कैमरे सुरक्षा प्रदान करने का काम करेंगे.
BREAKING NEWS
दलाली का बदला तरीका, कॉलेज से जुड़ रहे तार
-बिचौलिये को सीसीटीवी के बूते पकड़ना संभव नहीं-नीति में बदलाव पर टीएमबीयू ने लिया आंतरिक निर्णयवरीय संवाददाता भागलपुरतिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय प्रशासन ने दलालों के चंगुल में छात्रों के फंसने के मामले की आंतरिक रूप से जांच की है. इस मामले में जो खुलासे हुए हैं, वे चौंकानेवाले हैं. हालांकि इस पर कोई अधिकारी बोलने को […]
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement