भागलपुर: भागलपुर रेलवे स्टेशन से रवाना होनेवाली ट्रेनों में यात्रियों की खचाखच भीड़ रहती है, वहां इसके विपरीत बुकिंग काउंटर से टिकट बिक्री घटती जा रही है.
यह विषय आम यात्रियों व रेलवे आला अधिकारियों के लिए गंभीरता का विषय है. रेलवे सुविधाओं की चाह रखने वाले यात्रियों को इस ओर जरूर सोचना होगा कि जब हम सुविधा की बात करते हैं तो राजस्व भी उसी अनुपात में होना चाहिए. टिकट बिक्री की घटती संख्या को देखते हुए बजट में उन स्टेशनों पर ट्रेनों का ठहराव रोकने की बात कही गयी थी, जहां आय नहीं हो रही है. इसी तरह टिकट की बिक्री कम रही तो यहां रेल सुविधाओं में भी कमी आ सकती है.
ट्रेन ही सहारा
भागलपुर से पीरपैंती एवं जमालपुर के लिए सीधी ट्रेन सेवा है, लेकिन यहां जाने के लिए कोई सीधी बस सेवा नहीं है. रेलवे अधिकारियों के मुताबिक, इन रूटों पर चलने वाली ट्रेनों की टिकट बुकिंग की बिक्री घटती जा रही है. अगर ट्रेनों का ठहराव इन स्टेशनों पर बंद कर दिया गया तो इन यात्रियों की परेशानी बढ़ेगी.
अधिक दूरी वाले टिकट की बिक्री अधिक
वाणिज्यिक शाखा के अधिकारियों की मानें तो कम दूरी यानी लोकल रूट की टिकट की तुलना में लंबी दूरी की साधारण टिकट की बिक्री अधिक है. उनके मुताबिक प्रतिदिन दिल्ली, हावड़ा, मुंबई, जम्मू तवी, गुवाहटी, अजमेर शरीफ, रांची, पटना के लिए साधारण टिकट अधिक लिये जाते हैं. इनकी संख्या औसतन प्रतिदिन 700 के करीब होती है. जबकि लोकल रूट की दो से तीन सौ ही टिकट लिये जाते हैं. कम टिकट बिक्री की वजह से भी मंडल स्तर पर स्थानीय स्टेशन पर बेहतर सुविधाओं में कटौती हो सकती है.