भागलपुर: जवाहर लाल नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय व अस्पताल (जेएलएनएमसीएच) में एक मरीज एक्सरे के लिए भटकता रही. एक सप्ताह तक उसका एक्सरे नहीं हो पाया और अंतत: सोमवार को उसकी मौत हो गयी. पीड़ित श्याम छोटी क्लबगंज, मिरजानहाट निवासी नंदन साह ने बताया कि उसने अपनी मां रुक्मणी देवी को 31 मार्च को जेएलएनएमसीएच में दाखिल कराया था. उसे 22 अप्रैल तक कुल 60 बोतल से अधिक पानी चढ़ाया गया. इस दौरान वह अन्न का एक दाना भी ग्रहण नहीं कर सकी.
23 अप्रैल को डॉ राकेश कुमार ने एक्सरे कराने को कहा. जब वह अपनी मां को लेकर एक्सरे के लिए गया तो वहां चिकित्सक मौजूद नहीं थे. वहां मौजूद सिस्टर ने बताया कि वह 26 अप्रैल (शुक्रवार) को एक्सरे के लिए आयें. जब वह शुक्रवार को एक्सरे के लिए गया तो वहां के चिकित्सक ने कहा कि वह अभी स्वास्थ्य शिविर के काम में व्यस्त है.
इसलिए वह अगले शुक्रवार यानी 3 मई को एक्सरे के लिए आयें. मरीज की हालत बिगड़ने पर चिकित्सक की सलाह पर उसने बाहर से अपनी मां का एक्सरे कराया और 28 अप्रैल को रिपोर्ट डॉ राकेश कुमार को दी, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी और सोमवार को उसकी मां की मौत हो गयी. उसने बताया कि यदि समय पर उसका एक्सरे आदि हो गया होता तो शायद उसकी मां की जान बच सकती थी. उसने अपनी मां की मौत के लिए जेएलएनएमसीएच के चिकित्सकों की लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया है और अधीक्षक से मामले में कार्रवाई की मांग की है.