भागलपुर: भागलपुर से वाया किऊल होकर रांची जानेवाली भागलपुर-रांची एक्सप्रेस (18604) रविवार शाम करीब 5.12 बजे अकबरनगर स्टेशन से एक किलोमीटर पहले भवनाथपुर फाटक के समीप भैंसा के टकराने से दुर्घटनाग्रस्त हो गयी. जब दुर्घटना हुई, तब भागलपुर-रांची एक्सप्रेस की रफ्तार लगभग 100 किलोमीटर प्रति घंटा थी.
टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि दो बोगियों के आठ चक्के बेपटरी हो गये. ड्राइवर ने सूझ-बूझ से ट्रेन को पलटने से बचा लिया. दुर्घटना में दो दर्जन से अधिक यात्री घायल हुए हैं.
भागलपुर-रांची एक्सप्रेस शाम 4.55 बजे भागलपुर से खुली और नाथनगर स्टेशन पार करने के बाद शाम 5.12 बजे भवनाथपुर रेलवे फाटक के करीब 300 मीटर पहले किमी पाया 316/6 के पास भैंसा टकरा कर ट्रेन में फंस गया. ड्राइवर ने इमरजेंसी ब्रेक लगाया. ट्रेन 600 मीटर से अधिक पाया 316/9 के पास जा कर रुकी. भैंसा इतना तगड़ा था कि इंजन के बाद से आधा दर्जन बोगियों के पांव दान टूट गये. इस दौरान इंजन के ठीक बाद एसएलआर-महिला बोगी (918704) और एस-1 (028211) के चार-चार चक्का पटरी से उतर गया. ट्रेन रूकने के साथ यात्रियों में भगदड़ मच गयी.
दुर्घटना के करीब 45 मिनट बाद भागलपुर से रेलवे की राहत टीम घटना स्थल पर पहुंची. जमालपुर से राहत टीम को पहुंचने में करीब सवा दो घंटे लगे. भागलपुर और जमालपुर रेल लाइन क्लियर करने के लिए भागलपुर के गैंग मैन की टीम को भी सवा दो घंटे लगे. लाइन क्लियर करने का काम पौने तीन घंटे बाद शाम 7.54 बजे से शुरू हुआ. इससे पहले घटना स्थल पर अकबरनगर की पुलिस पहुंची. इसके बाद भागलपुर के जीआरपी और आरपीएफ की टीम पहुंची. स्काउट पार्टी, ड्राइवर व गार्ड की सूचना पर भागलपुर व जमालपुर से रेल अधिकारियों और कर्मचारियों की टीम पहुंचने लगी. शाम करीब 7.10 बजे भैंसा को ट्रैक से हटाया गया. इसके बाद लाइन क्लियर करने का काम शुरू हो सका. रेलवे को लाइन क्लियर करने में चार घंटे से अधिक का समय लगा. रात नौ बजे के बाद ही लाइन क्लियर हो सका है. रात 8.04 बजे भागलपुर-रांची एक्सप्रेस की छह बोगियां नाथनगर स्टेशन लायी गयी. बाकी के बोगी को रात 9.10 बजे अकबरनगर स्टेशन लाया गया.