पीरपैंती: पिछले 19 वर्षो से अंधेरे में जी रहे प्रखंड के समृद्ध व अधिकतम आबादी (करीब 20 हजार) वाले गांव बाखरपुर के लोगों ने खुद के बलबूते गांव को रोशन करने की ठानी है. पूर्वी बाखरपुर के युवा मुखिया चंदन तिवारी की अध्यक्षता में गांव के मंदिर परिसर में गुरुवार को ग्रामीणों को हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया. गांव के लोगों ने इस मौके पर सांसद एवं विधायक को जम कर कोसा.
लगातार किया गया प्रयास : दो पंचायतों वाले इस गांव में बिजली लाने के लिये लोगों ने उपमुख्यमंत्री की जनशिकायत कोषांग में 12 जून 12 को आवेदन दिया. उन्होंने दो माह में गांव में बिजली देने का भरोसा भी दिलाया था. पुन: 25 फरवरी 12 को विधायक अमन कुमार ने महाप्रबंधक से स्वयं मिल कर एवं आवेदन दिया.
फिर 30 जुलाई 2012 को धरना दिया. आखिरकार निराश होकर ग्रामीणों ने ‘अपना हाथ जगन्नाथ’ का उद्घोष करते हुए बाखरपुर विकास संघर्ष समिति का गठन किया.
समिति में महेन्द्र यादव, रामानंद ठाकुर, जगन्नाथ यादव, उमाशंकर मंडल, विवेकानंद यादव, भोला यादव, मनोज यादव, शंकर कुंवर, मनोज ठाकुर, मृत्युंजय तिवारी, ज्ञानी पासवान, हीरालाल तांती, मुरारी राय, जितेंद्र कुंवर सदस्य बनाये गये. मौके पर बाखरपुर पश्चिम की मुखिया अनिता देवी, भोलनाथ तिवारी, ब्रह्ना यादव, शशिभूषण तिवारी, शिवजी यादव, भिखारी कुंवर, कैलाश , श्याम नारायण, सविता राय, पृथ्वी मंडल, समीर, शिवमुनी व ग्रामीण थे.