भागलपुर : स्वच्छ भारत, स्वस्थ भारत अभियान में भागीदारी के लिए विश्वविद्यालय अनुदान आयोग(यूजीसी) ने विश्वविद्यालयों व कॉलेजों को एनवॉयरमेंट कोर्स में सफाई व इससे जुड़े विषयों को शामिल करने का निर्देश दिया है. यूजीसी ने कहा है कि स्वच्छ भारत का सपना पूरा करने के लिए पर्यावरण से संबंधित कोर्स में स्वच्छता, सफाई के बारे में पढ़ना, जानना व प्रयोग में लाना बेहद जरूरी है.
साथ ही 4सी यानी क्लीन माइंड, क्लीन बॉडी, क्लीन एनवॉयरमेंट और क्लीन सोसाइटी के लिए विश्वविद्यालय व कॉलेजों में जेनरल डेवलपमेंट ग्रांट फंड का इस्तेमाल करने को कहा है, जो कि विश्वविद्यालय को एलोकेट कर दिया गया है. यूजीसी ने इसके लिए नोटिस भी जारी कर दिया है.
* डिजाइन करें स्वच्छता के प्रोजेक्ट
यूजीसी ने गाइड लाइन में साफ-सफाई के लिए अलग से प्रोजेक्ट डिजाइन करने को कहा है ताकि प्रोजेक्ट के माध्यम से स्टूडेंट्स मिल-जुल कर काम करें. क्लीन इंडिया बनाने के लिए इनोवेटिव डिजाइन व इंप्लीमेंटेशन स्ट्रैटजी पर रिसर्च करने को भी कहा गया है. इस तरह के रिसर्च पर फंडिंग भी दी जायेगी.
* सोशल नेटवर्किंग से फैलायें जन-जागृति
गाइड लाइन में कहा गया है कि अवेयरनेस प्रोग्राम चलाने के लिए सोशल मीडिया का प्रयोग करते हुए अभियान चलाया जाये. अभियान की सफलता के लिए कार्यशाला, सेमिनार, लेक्चर, डिबेट आयोजित कराये जायें. स्वच्छता नियमों का सृजन हो व नियम तोड़े जाने पर सजा का प्रावधान हो. सभी कॉलेजों व विश्वविद्यालय को स्वच्छ बनाने के लिए सभी संकल्पित हों.
स्वच्छ भारत अभियान के तहत गांधी जयंती से ही विश्वविद्यालय में शुरुआत हो चुकी है. स्वच्छता पर बल देते हुए यह अभियान आगे जारी रहेगा. इसके लिए विशेष गतिविधियां चलायी जायेंगी. कुछ कार्यक्रम डेवलप किये जायेंगे. विश्वविद्यालय प्रशासन इस संबंध में जल्द ही ड्राफ्ट तैयार करेगा.
प्रो एके राय
प्रतिकुलपति, टीएमबीयू