भागलपुर : सदर अस्पताल में कार्यरत नर्स, आशा कार्यकर्ता व परबत्ती निवासी जदयू नेता निषाद रंजीत कुमार के बीच मंगलवार की शाम साढ़े छह बजे विवाद हो गया. विवाद के बाद हुए हंगामा में अस्पताल के चारों ओर अफरा-तफरी मच गयी. वार्ड में भरती मरीज दहशत में आ गये. प्रसव कक्ष की नर्सों ने भी डर से कक्ष का दरवाजा बंद कर लिया.
रंजीत का कहना है कि वह मरीज साक्षी कुमारी को देखने अस्पताल आये थे तो परिजनों ने कहा कि चार हजार रुपये की दवा-सूई बाजार से मंगायी गयी है. इसके अलावा सौ रुपये दायी को भी दिया गया है.
इसी बात को लेकर जब वह सिस्टर व आशा कार्यकर्ता के पास प्रभारी का पता पूछने गये तो नर्स हंगामा करने लगी. साक्षी की गोतनी ने बताया कि सोमवार को साक्षी को भरती कराया गया है.
कई तरह की परेशानी हुई. ड्यूटी पर मौजूद नर्स रंजना सिन्हा, शैल कुमारी व आशा कार्यकर्ता पूनम झा का कहना है कि रंजीत प्रभारी का पता पूछ रहा था. जब कहा गया कि प्रभारी से अभी नहीं मिल सकते हैं कल आइए तो वे कहने लगे कि हमको जानते नहीं हैं. इसके बाद भी कहा गया कि ड्यूटी पर डॉ आनंद हैं उनसे मिल लें तो भी वह मानने को तैयार नहीं हुए. काफी समझाने के बाद जब डॉ आनंद से मिले तो उनसे भी बदतमीजी करने लगे. हंगामा के बाद तिलकामांझी थाना को सूचना दी गयी.
पुलिस ने दोनों पक्षों से बात कर मामले को शांत कराया. बाद में प्रभारी डॉ संजय कुमार भी मौके पर आ गये और अस्पताल प्रबंधक राजू प्रधान से मामले की जानकारी ली. प्रभारी ने बताया कि रंजीत कुमार से लिखित मांगा गया तो उन्होंने कहा कि बुधवार को लिख कर देंगे. इसके अलावा नर्स से भी घटना की लिखित जानकारी मांगी गयी है. अगर कोई कर्मचारी दोषी हुआ तो कार्रवाई होगी.
* बोलीं सिविल सर्जन
सिविल सर्जन डॉ शोभा सिन्हा ने कहा कि उन्हें जानकारी अस्पताल प्रभारी ने दी है. उन्होंने कहा है कि मरीज के परिजन से लिखित शिकायत मांगी गयी है. नर्स से भी इस मामले में लिखित मांगा गया है. किसी भी व्यक्ति को प्रसव कक्ष के पास जाने की अनुमति नहीं है. अगर इसमें नर्स ने रोकने का प्रयास किया तो ठीक ही है.