नवगछिया: परवत्ता गांव में चर्चा है कि आरोपियों ने शिक्षिका को गोपालपुर बीआरसी से रिजर्व वाहन से नवगछिया लाया. नवगछिया नया टोला में एक आरोपी के भाड़े के कमरे पर उसे ले जाया गया. वहां शिक्षिका के साथ आरोपियों ने दुष्कर्म किया और उसकी हत्या कर दी. फिर उसी चार चक्का वाहन से खरीक के रास्ते होते हुए कलबलिया धार में उसे फेंक दिया गया. यह भी चर्चा है कि एक आरोपी का बिहार के चार शहरों में भाड़े का मकान है. चर्चा है कि आरोपी में से कुछ सेक्स रैकेट भी चलाते हैं. राजेश के परिजन दावा कर रहे हैं कि भविष्य में इससे संबंधित साक्ष्य उपलब्ध करा दिया जायेगा. इधर शिक्षिका के वस्त्र मिलने की चर्चा है, लेकिन पुलिस ने इससे इनकार किया है.
जालसाजी में अशोक काट चुका है जेल : ग्रामीण सूत्रों का कहना है कि परवत्ता गांव में अशोक रविदास की पृष्ठभूमि विवादास्पद रही है. अशोक नौकरी दिलाने के नाम पर जालसाजी करने के आरोप में सात माह जेल की सजा काट चुका है. अशोक और उसके परिजन गांव के कई लोगों को अनुसूचित जाति-जनजाति प्रताड़ना के मामले में आरोपी बना चुके हैं. अशोक का शिक्षक पद पर नियोजन महज एक माह पहले गोपालपुर प्रखंड के प्राथमिकी विद्यालय डुमरिया महादलित टोला में हुआ था. कहा जाता है कि अशोक रविदास आशीष कुमार के नाम से नियोजन प्रक्रिया में शामिल होकर शिक्षक पद पर नियोजित हुआ था.
आरोपी अशोक व शिक्षिका के पति के बयान में विरोधाभास : यह विरोधाभास समय का है. कौन झूठ बोल रहा है मोबाइल के कॉल डिटेल के आधार पर पता लगाया जा सकता है जो पुलिस की जानकारी में भी है. घटना के बाद राजेश और अशोक के वक्तव्यों पर ध्यान दें तो पता चलता है कि दोनों के सीने में घटना के संदर्भ में कई राज दफन हैं जो दोनों खोलना नहीं चाह रहे हैं. नवगछिया के पुलिस भी इस तरह की बात से इनकार नहीं कर रही है.
कहते हैं नवगछिया एसपी
नवगछिया एसपी शेखर कुमार ने कहा कि प्रथम दृष्टया अशोक रविदास के विरोध में पुलिस को साक्ष्य मिले हैं. इस कारणउसे जेल भेज दिया गया है. अन्य आरोपियों की भी तलाश जारी है.पुलिस मामले का अनुसंधान संजीदगी से कर रही है. दोषी को जरूर सजा मिलेगी.