भागलपुर: तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के परीक्षा विभाग में लाखों छात्रों का भविष्य अटका है. वर्षो से पेंडिंग रिजल्ट दुरुस्त नहीं होने से छात्र संकट में फंसे हैं.
हर दिन परीक्षा विभाग का गेट खुलने से पहले वहां छात्रों की भीड़ लग जाती है और दिन भर लगी रहती है. बावजूद इसके परीक्षा विभाग के कर्मचारी काम में तेजी लाने के बजाय फरार रहते हैं. ऐसे कर्मचारी तब पकड़ में आ गये, जब बुधवार को कुलपति प्रो रमा शंकर दुबे परीक्षा विभाग का औचक निरीक्षण करने पहुंचे. कुलपति ने बताया कि निरीक्षण के दौरान स्थिति कुछ अच्छी नहीं लगी.
चार-पांच लोग मिले काम करते हुए दिखे. यह स्थिति देख लगा कि इसमें और तेजी लानी होगी और इसके लिए एक समिति का गठन करना होगा. समिति ने काम करना शुरू कर दिया है. समिति में प्रतिकुलपति प्रो एके राय अध्यक्ष बनाये गये हैं और डीएसडब्ल्यू डॉ गुरुदेव पोद्दार व अंगिका विभाग के समन्वयक डॉ मधुसूदन झा सदस्य. कमेटी को यह जिम्मेवारी सौंपी गयी है कि वह प्रत्येक दिन रिपोर्ट करे कि आज क्या-क्या काम समाप्त हो गया. सारा पेंडिंग व री टोटलिंग का काम समाप्त करने के लिए समिति को चार दिन का लक्ष्य दिया गया है. कुलपति ने विश्वास जताया कि समिति लक्ष्य पूरा कर लेगी.
उधर, जिस समय कुलपति परीक्षा विभाग पहुंचे, उस समय महज पांच कर्मचारी मौजूद दिखे. कंफिडेंसियल मार्क्स सीट एक तरफ कोने में पड़ा था. उन्होंने परीक्षा नियंत्रक से पूछा कि जब शनिवार को स्पष्ट कहा गया था कि परीक्षा विभाग पर जिस तरह का बोझ बढ़ा है, उसे हटाने के लिए अतिरिक्त काम करना पड़ेगा, तो सारे कर्मचारी कहां चले गये हैं. परीक्षा नियंत्रक कुछ भी नहीं बोल पाये. कुलपति ने बताया कि परीक्षा विभाग के सारे पदाधिकारियों व कर्मचारियों को निर्देश दिया गया है कि प्रशासनिक भवन में जब तक कुलपति व प्रतिकुलपति मौजूद रहें, तब तक कम से कम वे काम करते रहें. इसके बाद ही सारे पेंडिंग व री टोटलिंग का काम जल्दबाजी में निबट पायेगा. कुलपति ने बताया कि छात्र परेशान हैं. यह उनकी नैतिक जिम्मेवारी है कि छात्रों को शीघ्र रिजल्ट दें.