भागलपुर: डॉ ए कुमार इंस्टीट्यूट ऑफ एजुकेशन के तुलसीनगर स्थित सभागार में बुधवार को आम बजट-2014 पर एकदिवसीय परिचर्चा कार्यक्रम का आयोजन किया गया. आम बजट-आम उम्मीदें विषय पर कार्यक्रम का आयोजन ऑनलाइन मीडिया ई-बिहार झारखंड के द्वारा किया गया था.
इस्टर्न बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष मुकुटधारी अग्रवाल ने कहा कि नियत आमदनी होने के कारण महंगाई से सबसे ज्यादा परेशान नौकरीपेशा लोग हैं. चुनाव के दौरान की गयी घोषणाओं पर क्या किया जाना है, बजट से तय होगा. उद्योग, शिक्षा, रोजगार के बीच समन्वय व इसके स्तर में सुधार की आवश्यकता है. प्रभात खबर के स्थानीय संपादक जीवेश रंजन सिंह ने कहा कि स्थानीय दृष्टिकोण से देखेंगे, तो रेल बजट ने निराश किया, जबकि व्यापक रूप से देखने पर यह निराशाजनक नहीं रहा. हमारी आम बजट में मूल अपेक्षा है कि युवाओं को यह अवसर प्रदान करे. युवा वर्ग संवरेगा, तो देश की चमक कई गुणा बढ़ जायेगी. शिक्षा जैसे बुनियादी विषय पर इस तरह सुधार लाने होंगे, जिससे पढ़ेगा इंडिया-बढ़ेगा इंडिया का नारा सार्थक हो सके.
संस्थान के निदेशक डॉ अमित कुमार ने कहा कि हमारी अर्थव्यवस्था का विकास दर संतोषजनक नहीं है. वर्तमान में हमारी जीडीपी वर्ष-दर-वर्ष घटती जा रही है. हमें अपने विकास के लिये एफडीआई को देश में लाने की दिशा में प्रयास करने की आवश्यकता है. संस्थान के उपनिदेशक डॉ राजेश कुमार ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ हमारी उत्पादन क्षमता है. आयात व निर्यात का सीधा संबंध हमारे विकास दर से है. रुपये का अवमूल्यन इन तथ्यों से जुड़ा है. हमें अपने तकनीकी क्षेत्र को और भी बेहतर करने की दिशा में ध्यान देना होगा. फैकल्टी सदस्य विकास चंद्र मिश्र ने भी विचार रखा. कार्यक्रम का संचालन प्रबंधक देवव्रत घोष ने किया.
इस अवसर पर अयाज वहीदी, स्नेहा सुगंधा, परमानंद झा, राजेश कुमार, तरूण ठाकुर, गौरव राज, सारिका झा, श्रीपोर्णा मोईत्र, अमनदीप, राजन मिश्र, अनीता राज, मो सैफुल्ला, सौरभ पाण्डेय, अंशुमान मिश्र, सरवर आलम सहित कई छात्र एवं स्थानीय लोग उपस्थित थे.