भागलपुर : जिले के सभी मेडिकल स्टोर संचालकों को अपनी दुकान की रैक और डिसप्ले में जेनेरिक दवा रखना आवश्यक है. यह निर्देश ड्रग कंट्रोल जेनरल भारत सरकार डॉ एस ईश्वरा रेड्डी ने दिया है, लेकिन जिले में ऐसी व्यवस्था कहीं नहीं है. किसी भी स्टॉल पर जेनरिक दवा अलग से नहीं दिखती. जिले में चल रहे करीब 1500 मेडिकल स्टोर को निर्देश का पालन कराने का भार ड्रग विभाग को दिया गया है. केंद्र सरकार के इस आदेश से आस जगी है कि सस्ती जेनेरिक दवा नजदीकी मेडिकल हॉल में मिल जायेगी. ब्रांडेड कंपनी के मुकाबले जेनेरिक दवा की कीमत 20 से 30 प्रतिशत तक कम होती है. गुणवत्ता में यह किसी ब्रांडेड दवा से कम नहीं होती है.
औषधि महानियंत्रक ने कहा है देश के सभी डीसीसी व डीटीएबी के सदस्य जेनेटिक दवा को आम लोगों तक पहुंचाने के लिए सक्रिय हों. आपस में बैठक करें. जरूरी हो तो मेडिकल स्टोर संचालकों को बुलाये और उन्हें ज्यादा से ज्यादा जेनेरिक दवा को बेचने का आग्रह करें. लोग जेनेरिक दवा खरीदने के लिए परेशान ना हो इसके लिए दुकानदार अपनी दुकान में एक अलग रैक इसके लिए बनायें साथ ही इसे डिसप्ले में भी रखें.