सृजन समिति के ऑडिटर को लोन से संबंधित फाइल सीबीआइ ने लौटायी, तैयार हो रही रिपोर्ट
सृजन समिति का ऑडिट पूरा, तैयार हो रही रिपोर्ट
मुख्यालय स्तर पर बनी कमेटी को महीने के अंत में सुपुर्द
भागलपुर : सृजन समिति के इस बार के ऑडिट रिपोर्ट में घोटाले के दौरान लोन लेने वालों के नाम होंगे. सीबीआइ ने मुख्यालय स्तर पर दोबारा से जांच करने आयी ऑडिट टीम को लोन लेनेवालों का रजिस्टर लौटा दिया था. जिसके आधार पर करीब डेढ़ महीने से ऑडिटर ने ऑडिट का काम पूरा किया. इस ऑडिट रिपोर्ट को महीने के अंत तक जांच कमेटी को सौंपा जायेगा. मुख्यालय की जांच कमेटी उक्त रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई शुरू करेगी. पूर्व में ऑडिटर ने जो अंतरिम ऑडिट रिपोर्ट भेजी थी, उसमें लोन लेनेवालों का जिक्र नहीं था. इस कारण समिति के आय-व्यय के ब्योरे का पता नहीं लग रहा था. अधूरे ऑडिट की रिपोर्ट को लेकर मुख्यालय की जांच कमेटी ने विभाग के ऑडिटर को दोबारा सृजन समिति का ऑडिट करने का निर्देश दिया था.
समिति ने सरकारी राशि का गबन करके व्यापारियों को दे रखा लोन : चर्चा है कि समिति ने सरकारी राशि का गबन करके बाजार में निवेश किया था. इस तरह राशि का प्रयाेग प्रापर्टी डीलर, दुकानदारों को लोन के रूप में हुआ. जबकि सहकारी समिति के तहत सृजन में महिला उत्थान को लेकर अपने सदस्य को लोन देना था. लेकिन उस लोन से स्वरोजगार के बजाय कई और काम हुए. एेसे ही लोन लेने वालों के नाम ऑडिट के रिपोर्ट में उल्लेख किये जायेंगे.
सृजन घोटाले के बाद सृजन महिला विकास सहयोग समिति है भंग
सृजन घोटाले के बाद सहकारिता विभाग ने सृजन समिति को भंग कर दिया है. वहां पर स्थायी प्रशासक के तौर पर प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी को प्रभार दे रखा है. जो समिति के ऑडिट के काम सहित सीबीआइ जांच में सहयोग कर रहे हैं. सहकारिता के नियम के मुताबिक, भंग पड़ी समिति के आॅडिट होने के बाद या तो इसके समाप्त करने या फिर नयी कार्यकारिणी गठन का फैसला होगा.