भागलपुर : प्रधान डाकघर के सामने गुरुवार दोपहर तकरीबन दो बजे 11 हजार वोल्ट का तार टूट कर गिर गया. रोड पर दर्जनाें लोग करंट की चपेट में आने से बच गये. तेज रफ्तार में जा रही कई गाड़ियाें के अचानक रुकने से भी दुर्घटनाग्रस्त होने से बची. मानिक सरकार चौक तक बिजली 3.40 घंटे […]
भागलपुर : प्रधान डाकघर के सामने गुरुवार दोपहर तकरीबन दो बजे 11 हजार वोल्ट का तार टूट कर गिर गया. रोड पर दर्जनाें लोग करंट की चपेट में आने से बच गये. तेज रफ्तार में जा रही कई गाड़ियाें के अचानक रुकने से भी दुर्घटनाग्रस्त होने से बची. मानिक सरकार चौक तक बिजली 3.40 घंटे ठप रही. यह हाल रहा सिविल सर्जन विद्युत उपकेंद्र के घंटाघर फीडर की.
शाम 5.40 बजे जब यह फीडर चालू हुआ, तो हर 10 मिनट पर बिजली ट्रिप करती रही. तकरीबन 60 मिनट में 34 बार बिजली ट्रिप की. अघोषित कट और ट्रिपिंग से लोग जब अजीज आ गये, तो विद्युत उपकेंद्र पहुंच गये. मौजूदा कर्मचारियों को खरीखोटी सुनाई. चेतावनी दी कि अब बिजली कटी तो खैर नहीं. फिर भी बिजली विभाग का इंजीनियर लापरवाह बने रहे.
बिजली आती-जाती रही. यह सिलसिला रात 10 बजे तक जारी रहा. कुल मिला आठ घंटे तक लोग त्रस्त रहे. बिजली संकट का सामना करते रहना पड़ा. सबसे ज्यादा परेशानी पीने के पानी को लेकर बनी रही. इस मामले में सुपरिटेंडेंट इंजीनियर से बात करने की कोशिश किया गया मगर, बात नहीं हो सकी.
सुपरिटेंडेंट इंजीनियर के मुहल्ले का पावर ट्रांसफॉर्मर हुआ गर्म, तीन घंटे बत्ती गुल : सुपरिटेंडेंट इंजीनियर सुरेश प्रसाद सिंह बरारी में रहते हैं. उनके मुहल्ले को बरारी विद्युत उपकेंद्र से बिजली सप्लाई होती है. यहां पांच एमवीए का एक ही पावर ट्रांसफॉर्मर लगा है. गुरुवार दोपहर एक बजे ट्रांसफॉर्मर गर्म हो गया, तो बिजली बंद कर दी गयी.
ट्रांसफॉर्मर को ठंडा करने के लिए कई तरह का जुगाड़ किया गया. पानी का छिड़काव कराया, पंखा लगाया गया. फिर भी ट्रांसफॉर्मर ठंडा नहीं सका. इसके चलते साढ़े तीन बजे तक बिजली ठप रही. सुपरिटेंडेंट इंजीनियर का मुहल्ला होने के नाते भी उपकेंद्र की क्षमता का विस्तार नहीं करा सका है. हालांकि, मोजाहिदपुर पावर हाउस से खुले पांच एमवीए का पावर ट्रांसफॉर्मर को बरारी में लगाने का लिया गया फैसला कागजों पर धरातल पर नहीं उतर सका है.