बंदूक लेकर गांव में घूम रहा है एक युवक, कह रहा- दो मर्डर करूंगा
नाथनगर : बेलखोरिया पंचायत के सरपंच पति गोलाहू निवासी सीताराम यादव पर मंगलवार को गोली चलने के बाद से गोलाहू गर्म हो गया है. गांव में आपसी रंजिश बढ़ रही है. इससे कोई बड़ी अनहोनी की आशंका जताई जा रही है. सूत्रों की मानें तो सरपंच पति पर गोली चलने के बाद से उनके पक्ष के लोग आक्रोश में हैं. एक युवक ने तो हद ही पार कर दी है. वह हथियार लेकर शाम होते ही गांव मे चक्कर लगाना शुरू कर देता है. युवक खुलेआम कह रहा है कि सीताराम पर गोली चलानेवाले को नहीं छोड़ूंगा. दो लोगो का मर्डर करके ही दम लूंगा. इससे ग्रामीण दहशत में हैं.
आकाश की हत्या के बाद उसके परिजन डर से छोड़ चुके हैं घर. गोलाहू गांव मे सरपंच पति पर गोलीबारी की घटना का कोई ताजा कारण नही है. घटना के पीछे पुरानी रंजिश बतायी जा रही है. पिछले 16 साल के दौरान गांव में तीन हत्याएं हो चुकी हैं जिसमें सीताराम की भूमिका संदिग्ध बतायी जा रही है. राजकिशोर हत्याकांड में तो वे आरोपित भी हैं. सूत्रों की मानें तो सीताराम की प्रवृति दबंग रही है. बताया जाता है कि राजकिशोर सड़क व पुल की ठेकेदारी करता था. सीताराम से कमीशन को लेकर उनका विवाद हुआ था और फिर 2002 में दिनदहाडे उसकी हत्या कर दी गयी. राजकिशोर हत्याकांड में सीताराम सहित उनके पक्ष के कई लोग आरोपित बनाये गये हैं. पहले तो राजकिशोर के परिजनों को केस उठाने को लेकर काफी डराया धमकाया गया.
स्थिति यह हो गयी कि उनके परिजनों का आने जाने का रास्ता तक बंद है. मगर डर से कोई विरोध नहीं कर रहा है. सीधा रास्ता के बजाय राजकिशोर के परिजन घूम कर अपने घर तक जाने को मजबूर हैं. इसके कुछ साल बाद आकाश की हत्या हुई जिसमें राजकिशोर के भाई और पिता आरोपित बनाये गये. बताया जाता है कि जब राजकिशोर के परिजनों ने केस नहीं उठाया तो उनको फंसाने के लिए आकाश की हत्या की गयी. वहीं घटना के कुछ दिन बाद से ही डरे सहमे आकाश के माता पिता ने गांव छोड़ दिया. वे लोग फिलहाल शाहकुंड मे रह रहे हैं. इसके अलावा गांव के अनुपी यादव को जमीन को लेकर उनके विरोधी से विवाद हुआ था.
विवाद के बाद अनुपी की गोली मारकर हत्या कर दी. घटना में विरोधी पक्ष को आरोपित बनाया गया. बता दें कि आकाश हत्याकांड की गवाही से लौट रहे सरपंच पति सीताराम यादव पर भतोड़िया और गोलाहू के बीच में अपराधियों ने गोली चला दी थी जिसमें वे घायल हो गये और मायागंज अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है. उनके बयान पर मामले में छह लोगों को नामजद आरोिपत बनाया गया है. पुलिस के डर से घटना के बाद से सभी आरोपित फरार हैं.