भागलपुर : तातारपुर थाना क्षेत्र के स्टेशन के समीप एमएस होटल के स्टोर रूम में गुरुवार सुबह तीन युवक संदिग्ध परिस्थिति में बेहोश मिले. इसमें एक की मौत अस्पताल ले जाने के दौरान हो गयी. मायागंज अस्पताल में भर्ती दो अन्य युवकों में से एक को आइसीयू में एडमिट किया गया है, जहां उसकी स्थिति गंभीर बतायी जा रही है.
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तातारपुर पुलिस ने दो घंटे तक खंगाला होटल का सीसीटीवी फुटेज
भागलपुर : तातारपुर थाना क्षेत्र के स्टेशन के समीप एमएस होटल के स्टोर रूम में गुरुवार सुबह तीन युवक संदिग्ध परिस्थिति में बेहोश मिले. इसमें एक की मौत अस्पताल ले जाने के दौरान हो गयी. मायागंज अस्पताल में भर्ती दो अन्य युवकों में से एक को आइसीयू में एडमिट किया गया है, जहां उसकी स्थिति […]
गुरुवार सुबह करीब साढ़े पांच बजे होटल की छत पर बने स्टोर रूम में होटल के ही तीन सर्विस ब्वॉय बेहोश मिले. इसके बाद होटल प्रबंधन ने तीनों को तातारपुर स्थित एक निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया, जहां से उन्हें मायागंज अस्पताल रेफर कर दिया गया. वहां बिहपुर निवासी रोहित कुमार पंडित को मृत घोषित कर दिया गया. दो अन्य कर्मी ऋषिकांत कुमार पासवान और विकास महतो को गंभीर हालत में भर्ती कर लिया गया. ऋषिकांत की हालत ज्यादा खराब होने की वजह से शाम के वक्त ही उसे आइसीयू में भेज दिया गया, जहां उसकी स्थिति गंभीर बतायी जा रही है.
अस्पताल में भर्ती विकास हर आधे घंटे पर अपना बयान बदलता रहा. पहले उसने खाना खाकर बेहोश होने और सुबह अस्पताल में बेहोशी टूटने की बात कही. बाद में उसने बताया कि तीनों लोग कमरे में कोयले का चूल्हा रखकर सोये थे. चूल्हे से जहरीली गैस निकलने की वजह से बेहोश हो गये. सुबह 11 बजे मामला तातारपुर पुलिस के संज्ञान में आने के बाद इंस्पेक्टर अमरनाथ प्रसाद और कोतवाली इंस्पेक्टर केएन सिंह ने घटनास्थल की जांच की. इसके बाद वरीय अधिकारियों से बात कर घटनास्थल की जांच एफएसएल टीम से कराने का निर्देश लिया गया. मौके पर पहुंची एफएसएल टीम के सदस्यों ने घटनास्थल का बारीकी से मुआयना कर घटनास्थल समेत जिस गद्दा, रजाई और तकिये पर तीनों सोये थे, उसका सैंपल कलेक्ट कर लिया.
एफएसएल के सहायक निदेशक अनिल कुमार ने बताया कि मामला संदिग्ध है. जांच के लिए सैंपल लिये गये हैं. लैबरोटरी जांच के बाद ही मौत के कारणों का पता चल पायेगा. वहीं तातारपुर इंस्पेक्टर ने होटल की छत पर लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच की. इसमें ज्यादा कुछ स्पष्ट नहीं हो पाया है. इंस्पेक्टर ने बताया कि हत्या समेत चूल्हे से निकली जहरीली गैस और फूड प्वाइजनिंग आदि बिंदुओं पर भी जांच की जा रही है. मामले का खुलासा एफएसएल और पोस्टमार्टम रिपोर्ट से हो जायेगा.
भीतर से बंद था, तो बिना तोड़े कैसे खुला दरवाजा. मामले में पहुंची एफएसएल टीम के जांच के दौरान बताया कि होटल प्रबंधक प्रमोद कुमार ने बताया कि जिस समय उसने होटल के एक स्टाफ को तीनों युवकों को उठाने के लिए भेजा था. तो स्टोर रूम की कुंडी भीतर से बंद थी. जबकि एफएसएल टीम ने स्टोर रूम के दरवाजे की जांच में भीतर और बाहर दोनों ही तरफ कोई ऐसे निशान नहीं पाए जिसमें यह पाया जा सके कि दरवाजे को तोड़कर खोला गया हो. वहीं मालमे में साक्ष्यों को पुलिस सूचित किये बिना ही साफ करवा देना भी संदेह पैदा करता है.
दो के पिता किसान, तो एक रिक्शा चालक. बिहपुर निवासी मृत रोहित पंडित तिलकामांझी में लॉज में रहकर दिन में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करता था. वहीं अपने पढ़ाई का खर्च उठाने के लिए वह होटल में नाइट शिफ्ट में काम करता था.
विकास के बयान पर यूडी केस दर्ज, रोहित के परिजनों ने नहीं दिया बयान. तातारपुर इंस्पेक्टर अमरनाथ प्रसाद ने बताया कि बरारी पुलिस को विकास ने बयान में कोयले का चूल्हा जलने और उसके जहरीले धुएं से दम घुटने की बात कही है. इसी आधार पर पुलिस ने यूडी केस दर्ज किया गया है. वहीं मृत रोहित पंडित के पिता शंभु पंडित ने बाद में आकर पुलिस को बयान देने की बात कही है. बता दें कि रोहित के पिता शंभु पंडित बिहपुर के रहने वाले एक गरीब किसान हैं. ऋषिकांत कुमार के पिता अलीगंज महेशपुर निवासी मुकेश पासवान रिक्शा चालक हैं. बांका जिला के अमरपुर स्थित बाजा भरको गांव के रहने वाले विकास महतो के पिता भी मजदूर किसान हैं.
होटलकर्मियों द्वारा हत्या की आशंका, दिया आवेदन
रोहित के पिता शंभू पंडित ने एमएस होटल के कर्मियों पर हत्या का आरोप लगाते हुए तातारपुर थाना में लिखित आवेदन दिया है. गुरुवार रात बेटे के शव का अंतिम संस्कार करने के बाद शंभू यादव समेत रोहित के सभी परिजन तातारपुर थाना पहुंचे. जहां उन्होंने थानाध्यक्ष को दिये आवेदन में होटल के कर्मचारियों द्वारा रोहित की हत्या किये जाने की आशंका जतायी है.
किन परिस्थितियों में हो सकती है मौत
क्या युवकों के खाने में किसी ने जहर मिला दिया ? पुलिस मामले में कर्मियों के बीच संबंध की जांच कर रही है.
क्या युवकों को खराब खाना खाने की वजह से फूड पॉइजनिंग हो गया था? तो उसी खाना को खाने वाले करीब 30 अन्य स्टाफ को कुछ क्यों नहीं हुआ.
फुटेज के अनुसार कमरे की तरफ आखिरी बार विकास को जाते देखा गया, वहीं विकास की हालत औरों से ठीक है. ऐसे में विकास के संलिप्तता की संभावना हो सकती है?
अगर कमरे में कोयले का चूल्हा रखा गया तो स्टोर रूम में रखे कपड़ों में आग या धुएं की गंध क्यों नहीं मिली?
क्या युवकों ने होटल में जहरीले शराब का सेवन किया था? जिसे छिपाने में परिजन, पुलिस और होटल प्रबंधन तीनों जुटे हुए हैं.
साक्ष्यों के साथ क्यों की गयी छेड़छाड़
मामले में होटल प्रबंधन समेत होटल के अन्य कर्मी सभी संदेह के घेरे में हैं. वहीं पुलिस के पहुंचने से पहले ही मौके से बड़ी सफाई के साथ साक्ष्य को साफ करवा दिया गया था. होटलकर्मियों ने होटल के प्रबंधक मो तबरेज के निर्देश पर सफाई करवाये जाने की बात कही है. सीसीटीवी फुटेज के अनुसार युवकों को कमरे से साढ़े पांच बजे निकाला गया था. वहीं होटल प्रबंधन ने इस बात की जानकारी सुबह नौ बजे के बाद पुलिस को दी. एफएसएल टीम ने साक्ष्यों के साथ छेड़छाड़ किये जाने की बात कही. रोहित आठ माह तो दो अन्य युवक पिछले एक माह से होटल में काम कर रहे थे. होटल के सह प्रबंधक प्रमोद कुमार ने बताया कि सुबह करीब चार बजे उन्होंने प्रीतम नामक स्टाफ को तीनों को ड्यूटी के लिए जगाने को भेजा था. वहीं तीनों का कमरा भीतर से बंद होने के बाद सुबह पांच बजे तक होटल जीएम मो अकमल आलम, मुख्य प्रबंधक मो तबरेज समेत अन्य होटलकर्मियों को इस बात की जानकारी दी गयी. किसी तरह दरवाजा खोल कर देखने के बाद तीनों स्टाफ बेहोशी की हालत में मिले जिसके बाद उन्हें निजी नर्सिंग होम भेजा गया जहां से उन्हें मायागंज अस्पताल रेफर कर दिया गया. जहां रोहित की मौत की खबर मिली. उन्होंने बताया कि स्टोर रूम से निकाले जाने तक तीनों स्टाफ की सांस चल रही थी.
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