नाथनगर : नाथनगर थाना क्षेत्र के चंपानगर में बेड पर बीमार पड़े नौसाद पर उनकी ही पत्नी ने मारपीट का केस दर्ज करा दिया. केस होने की जानकारी पाकर बीमार नौसाद को खाट पर लाद कर मोहल्ले के करीब 200 लोग नाथनगर थाना पहुंच गये और पुलिस के सामने उसे रख दिया और कहा कि ये बीमार है और चल-फिर भी नहीं सकता है.
यह कैसे किसी को मार सकता है. आप लोग इसे गलत फंसा रहे हैं. यह देख पुलिस की घिग्घी बंध गयी. गुस्साये लोगों के सामने पुलिस पदाधिकारी को जवाब नहीं जुटा. मामला बिगड़ता देख इंस्पेक्टर जनीफ उद्दीन ने मोर्चा संभाला और लोगों को समझा-बुझा कर शांत कराया. इंस्पेक्टर ने लोगों को झूठा नहीं फंसने देने का आश्वासन दिया. करीब एक घंटे के बाद मोहल्लेवासी वापस घर गये. नौसाद के बहनोई अफरोज ने बताया कि पांच मई को नौसाद की पत्नी ने उस पर दहेज प्रताड़ना का केस किया था जिसमें आठ लोगों को आरोपित बनाया था. सभी बेल पर छूटे मगर नौसाद का बेल भागलपुर कोर्ट ने रिजेक्ट कर दिया.
इस बीच जेल में वह गंभीर बीमारी का शिकार हो गया, यहां तक कि वह अब चल-फिर भी नहीं सकता है. उसे खाना-पीना दूसरे लोग अपने हाथों से खिलाते हैं. वह 30 नवंबर को जेल से छूटा है और 30 तारीख को ही उसकी पत्नी मारिया ने फिर उस पर मारपीट व छिनतई का केस कर दिया. लोगों ने सवाल उठाया कि जब नौसाद चल-फिर नहीं सकता, खुद से खाना नहीं खा सकता तो वह अपनी पत्नी से मारपीट और छिनतई कैसे करना सकता है. लोगों ने आरोप लगाया कि इस मामले में पुलिस उसे झूठे केस में फंसा रही है. इंस्पेक्टर जनीफउद्दीन ने बताया कि केस के अनुसंधान में मामले की सच्चाई सामने आ जायेगी. इस तरह लोगों का थाना पहुंच कर घेराव करना गलत है.