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बालू के लिए कर दिया मिट्टी घाट को चिह्नित

खनन विभाग . घर बैठे सर्वे, पटना गयी रिपोर्ट पर हो गये घाट तय, तीन शिफ्ट में हो रही रखवाली घाटों का चयन करने में अनियमितता बरती गयी है भागलपुर/जगदीशपुर : खनन विभाग अपने जिस कारनामे के चलते अभी तक चिह्नित खुदरा दुकानदारों को लाइसेंस देने में फिसड्डी साबित हुआ है, उनका दूसरा कारनामा बालू […]

खनन विभाग . घर बैठे सर्वे, पटना गयी रिपोर्ट पर हो गये घाट तय, तीन शिफ्ट में हो रही रखवाली

घाटों का चयन करने में अनियमितता बरती गयी है
भागलपुर/जगदीशपुर : खनन विभाग अपने जिस कारनामे के चलते अभी तक चिह्नित खुदरा दुकानदारों को लाइसेंस देने में फिसड्डी साबित हुआ है, उनका दूसरा कारनामा बालू घाट को लेकर उजागर हुआ है. जगदीशपुर अंचल में बालू उठाव के लिए मानिकपुर घाट को चिह्नित किया गया है, लेकिन यह घाट कई दशकों से अस्तित्व में नहीं है. यहां घाट ही नहीं है, केवल मिट्टी है. रखवाली के लिए दंडाधिकारी तक की नियुक्ति कर दी गयी है. दंडाधिकारी मिट्टी की रखवाली में लगे हैं. वास्तविक रूप से जहां बालू का उठाव होना चाहिए, वहां के घाट पर रोक है. इससे जाहिर होता है कि घाटों का चयन करने में अनियमितता बरती गयी है.
कार्यालय में ही बैठक कर घाटों का चयन कर रिपोर्ट भेजी गयी है, जिसके आधार पर पटना से घाट तय हुआ है. इस तरह स्थानीय खनन विभाग के अधिकारी ने जिला मुख्यालय सहित हेड क्वार्टर को भी अंधेरे में रखा है. जिला प्रशासन के अधिकारी भी ताजा कारनामे से हैरत में हैं. वह कहते हैं कि घाटों के चयन की पूरी जिम्मेदारी खनन विभाग की है, उनकी रिपोर्ट पर ही हेड क्वार्टर स्तर से घाट तय हुआ है. ऐसे में गलत तरीके से घाट का चयन किया गया है. निश्चित तौर पर यह जांच का विषय है. जांच करायी जायेगी.
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सैदपुर घाट
बालू चोरी की संभावना बनी
जगदीशपुर अंचल में बालू उठाव के लिए सैदपुर से और दूसरा घाट बेहतर नहीं है. यह बालू कारोबारियों का मानना है. दरअसल, यहां बालू ही बालू है और उठाव होता रहा है. वर्तमान में बालू उठाव पर रोक लगा है. इस घाट पर बालू है और इसको चिह्नित नहीं किया और न ही माइनिंग प्लान में शामिल है, तो इससे बालू चोरी की संभावना बन गयी है.
जिले में तीन घाट तय हुए हैं, जिसमें सन्हौला में दो व जगदीशपुर अंचल में एक घाट है. वहां दंडाधिकारी की भी प्रतिनियुक्ति हुई है. अगर घाट ही नहीं है और वहां मिट्टी है, तो यह जांच का विषय है. जांच में जो दोषी होगा, उस पर उचित कार्रवाई होगी.
आनंद शर्मा
उपविकास आयुक्त सह प्रभारी डीएम, भागलपुर
मानिकपुर घाट मिल गया है. यह टूट्टा पुल के थोड़ा आगे है. पहले कभी बालू उठाव होता था. इस कारण मानिंग प्लान में इसको दे दिया गया. अब यहां घाट तो है मगर, मृतप्राय है. निर्देशानुसार आगे की कार्रवाई होगी.
गोपाल साह ,जिला खनिज विकास पदाधिकारी, भागलपुर
दंडाधिकारी को छह घंटे ढूंढ़ने पर मिला घाट रखवाली के लिए हुए तैनात
घाटों की रखवाली के लिए जिस दंडाधिकारी की प्रतिनियुक्ति मानिकपुर घाट पर हुई, उन्हें घाट ढूंढ़ने में लगभग छह घंटे लगे. पूरे दिन खोजबीन करने पर शाम चार बजे घाट मिला. मिट्टी देख कर वह भी हैरत में पड़ गये. चूंकि, रखवाली के लिए प्रतिनियुक्त किया गया है, तो वह अभी अपने काम कर रहे हैं.

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