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सीबीआइ कोर्ट में चार्जशीट सौंपने को लेकर शुरू हुई तैयारी निकली गड़बड़ियां, होगी गिरफ्तारी

भागलपुर: सृजन घोटाले की जांच में लगी सीबीआइ की टीम घोटाले से जुड़े विभागीय कागजात व प्राथमिकी दर्ज करानेवाले अफसरों से बातचीत कर चुकी है. केस को हैंड ओवर होने के डेढ़ माह के दौरान पहले चरण में बैंकिंग प्रणाली को फोकस किया गया. घोटालेबाजों ने घटना स्थल के रूप में बैंकिंग प्रणाली का फायदा […]

भागलपुर: सृजन घोटाले की जांच में लगी सीबीआइ की टीम घोटाले से जुड़े विभागीय कागजात व प्राथमिकी दर्ज करानेवाले अफसरों से बातचीत कर चुकी है. केस को हैंड ओवर होने के डेढ़ माह के दौरान पहले चरण में बैंकिंग प्रणाली को फोकस किया गया. घोटालेबाजों ने घटना स्थल के रूप में बैंकिंग प्रणाली का फायदा उठाया व आरबीआइ के निर्देश को तार-तार कर दिया. इस दिशा में जांच कर रही सीबीआइ को बैंकिंग प्रणाली में गड़बड़ी पकड़ में आयी है. इस गड़बड़ी को लेकर घोटाले के दौरान पद पर बैठे बैंक अधिकारियों से पूछताछ की गयी है. उन्हीं बैंक अधिकारियों से संपर्क में रहनेवाले अफसरों का नाम उजागर हो रहा है. ऐसे अफसरों की वर्तमान संपत्ति की भी पड़ताल शुरू हो गयी है. इसी कड़ी में शनिवार को सीबीआइ की टीम भागलपुर केंद्रीय कारा पहुंची और वहां बंद सृजन घोटाले के कई आरोपितों से उनकी संपत्ति और अन्य चीजों को लेकर पूछताछ की.
सवाल जवाब के बीच पूरी सख्ती दिखायी सीबीआइ ने
सृजन घोटाले मामले में सीबीआइ अब अपने रंग में दिख रही है. शनिवार को जेल में बंद आरोपितों से घंटों तक पूछताछ की गयी. सूत्रों की मानें तो पूछताछ के दौरान पानी का गिलास तक बीच में नहीं लाया गया. गहन पूछताछ के दौरान कुछ आरोपित अपनी बीमारी का बहाना बना कर सवाल का जवाब देने से बचने की कोशिश की. पर सीबीआइ के आगे उनकी एक न चली. सीबीआइ के अलग-अलग अधिकारियों की टीम ने पूछताछ की. कई बार तो कुछ आरोपितों को आमने-सामने बैठा कर भी पूछताछ की गयी.
ऐसे सवाल सीबीआइ की टीम ने पूछे :
सरकारी राशि की अवैध निकासी की शुरुआत कैसे हुई
अवैध निकासी को शुरू करने में किन अधिकारियों का हाथ था
सरकारी राशि शहर और राज्य से बाहर कहां भेजे गये
सृजन कार्यालय में किन अधिकारियों का जाना-आना था और उनका वहां कैसा संबंध था
किन लोगों के इशारे पर बैंक अधिकारी इस घोटाले में शामिल हुए
सभी आरोपितों से उनकी संपत्ति के बारे में मौखिक रूप से जानकारी मांगी गयी
सरकारी अधिकारी और कर्मियों को उनकी सैलरी के बारे में भी पूछा ताकि संपत्ति के साथ जोड़ कर उसे देखा जा सके
प्रेम व अन्य आरोपितों से पूछा गया, सरकारी राशि के अवैध निकासी में उन्हें कितना कमीशन मिलता था
चेक पर हुए अधिकारी के हस्ताक्षर के बारे में पूछा गया
जेल में बंद बैंक के पूर्व और वर्तमान अधिकारी से घोटाले की जानकारी हेड ऑफिस को होने या नहीं होने पर सवाल पूछे गये
कई के नाम उगले, शहर में हड़कंप
सूत्रों की मानें तो जेल में हुई पूछताछ के दौरान आरोपितों ने कई लोगों के नाम उगले हैं जिनका सीधा संंबंध इस घोटाले से रहा है. सूत्रों के हवाले से मानें तो जेल में बंद आराेपितों ने कई अधिकारियों के बारे में सीबीआइ को बताया है जिनका मनोरमा देवी के घर आना जाना था. इसके अलावा शहर के कुछ वैसे लोगों के भी नाम सीबीआइ के समक्ष आये हैं जिन्होंने सृजन मोटी राशि का लाभ लिया पर वे अभी तक बाहर हैं. जेल में बंद आरोपितों से पूछताछ की सूचना फैलते ही उन लोगों के बीच हड़कंप मच गया जो घाेटाला कर आराम की नींद सो रहे थे. अभी तक की जांच में सामने आये साक्ष्य और आरोपितों से पूछताछ के बाद अब सीबीआइ और लोगों पर हाथ डाल सकती है. अभी तक आराम से शहर में रह रहे घोटालेबाज अब शहर छोड़ने की तैयारी में हैं.

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