भागलपुर : फ्रेंचाइजी कंपनी बीइडीसीपीएल की कार्यशैली कुछ ठीक नहीं है. कंपनी की लापरवाही व मनमानी से जहां अव्यवस्था का माहौल बना था, वहीं इससे अब लोगों की जान तक जाने लगी है. अगरपुर में ताजिया जुलूस पर गिरे 11 हजार वोल्ट के तार से दो लोगों की मौत इसका ताजा उदाहरण है. इसके अलावा लोग सड़क पर उतरने लगे हैं और मार-काट तक ही नौबत आने लगी है. कुल मिला कर यह कहा जा सकता है कि कंपनी की अव्यवस्था ने विधि-व्यवस्था बिगड़ दी है.
बावजूद संज्ञान नहीं लिया गया है. कंपनी बेफिक्र है. हालांकि, कुछ कर्मचारियों को न्यायिक हिरासत में लिया गया है, लेकिन अभी तक न तो कंपनी पर कार्रवाई की कोई बात हुई है और न ही इनके अधिकारियों पर शिकंजा कसा गया है. फ्रेंचाइजी कंपनी में कई विभागीय सेक्शन है, जिसके हर सेक्शन में जिम्मेदार पदाधिकारी नियुक्त हैं. इनके आदेश का फॉलो कर्मचारी करते हैं. अगरपुर में हुई घटना में जितना जिम्मेदार कर्मचारी हैं, उससे कहीं ज्यादा उस सेक्शन के पदाधिकारी. बावजूद पदाधिकारी घटना से बचे हुए हैं. बिजली चालू और बंद करना अधिकारियों के निर्देश पर होता है. इधर, विधि व्यवस्था बनाये रखने के लिए जिला प्रशासन की ओर से अबतक कोई ठोस पहल नहीं की जा सकी है. जिला प्रशासन की ओर से ऊर्जा विभाग तक को भी रिपोर्ट नहीं किया जा सका है.