भागलपुर : इतिहास हमें जोड़ना सिखाता है, तोड़ना नहीं. कुछ लोग अपने लाभ के लिए इतिहास से जुड़े धरोहरों को नष्ट कर रहे हैं. भारतीय संस्कृति, सभ्यता को बचाना हर भारतीय का कर्तव्य है. उक्त बातें पुलिस उपमहानिरीक्षक विकास वैभव ने बुधवार को एसएम कॉलेज में आयोजित प्राचीन चंपा विषय पर व्याख्यान में कही.
उन्होंने पावर प्वाइंट से इतिहास से जुड़ी धरोहरों पर विस्तार से प्रकाश डाला व छात्राओं को इतिहास के प्रति जागरूक किया. पावर प्वाइंट से सिंधु घाटी सभ्यता स्थल, राखी गाढ़ी सहित कहलगांव, सुलतानगंज, रोहतास आदि के पुरातात्विक ऐतिहासिक स्थलों को दिखाया. पुराविद अरविंद सिन्हा राय ने कहा कि अति प्राचीन काल में चंपा का बंदरगाह आज भी अंग जनपद को गौरवान्वित कर रहा है. चंपा के बंदरगाह के जुड़े अवशेषों के प्रमाण आज भी जीवित हैं.
पौराणिक ग्रंथों मेंं बताया गया है कि चंपा, राजगृह, श्रावस्ती, साकेत, कौशाम्बी व काशी के समकक्ष एक बड़ा नगर था. उन्होंने पावर प्वाइंट से छात्राओं को सनोखरडीह, सौरडीह, ब्रहमचारी डीह, बनोखरडीह, रमपुरडीह, कुरूडीह, कुरपटडीह, जहांगीराडीह सहित अन्य डीहों के बारे मेंं बताया. कॉलेज की प्राचार्या प्रो अर्चना ठाकुर ने आगत अतिथियों का स्वागत व मंच संचालन प्रो रमन सिन्हा ने किया. मौके पर पीजी प्राचीन भारतीय इतिहास संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग के प्रो बिहारी लाल चौधरी, पूर्व सूचना जनसंपर्क पदाधिकारी शिवशंकर सिंह पारिजात सहित अन्य इतिहास प्रेमी उपस्थित थे.