भागलपुर : भागलपुर-गोराडीह रोड पर लोदीपुर थाना से सौ मीटर की दूरी पर स्थित कला लोदीपुर गांव में मंगलवार को बिजली तार के गिरने से इसी गांव के रहनेवाले सीताराम पासवान का पुत्र नवीन कुमार पासवान (28 वर्ष) की दर्दनाक मौत हो गयी. वह अपनी पत्नी नीलम देवी, एक बेटे व एक बेटी के साथ गांव में ही स्थित बासा से सुबह करीब सात बजे अपने घर जा रहा था. घर से कुछ ही दूरी पर वेलोग थे और बिजली का तार टूट कर गिर गया. तार गिरता देख नवीन ने पत्नी व बच्चों को धकेल दिया.
लेकिन नवीन तार की चपेट में आ गया.
तार की चपेट में उनकी पत्नी भी आ गयी थी, लेकिन धक्का देने से वह बच गयी. करेंट लगने के बाद वह गिर गया और छटपटाने लगा. इस दौरान नवीन का एक पैर बगल के पानी भरे में गड्ढे में चला गया. तार पीठ में सटा हुआ था. तार से सटा नवीन करीब 20 मिनट तक छटपटाता रहा और फिर स्थिर हो गया. इस बीच गांव में यह खबर आग की तरह फैली और ग्रामीण वहां जुट गये. आनन-फानन में बिजली कटवाई गयी.
लेकिन तब तक नवीन की मौत हो चुकी थी. फिर भी लोगों को लगा कि उसमें जान बची हुई है. नवीन को लेकर डॉक्टर को दिखाने ले जाया गया. वहां से लौट कर ग्रामीण अपने गांव कला लोदीपुर पहुंचे. ग्रामीण पहले से ही बिजली की खराब आपूर्ति को लेकर आक्रोशित थे. ऊपर से नवीन की मौत से वे उबल पड़े.
लोदीपुर गांव में बिजली का तार टूट कर गिरा, हंसता-खिलखिलाता परिवार बर्बाद हो गया
तार दुरुस्त करने की मांग को अनसुना करती रही है कंपनी
ग्रामीणों का कहना था कि दो पोल के बीच में अधिक गैप होने की वजह से पोल लगाने, तार में गार्ड लगाने और 11 हजार वोल्ट वाले तार को और ऊंचा करने की वे लोग कई बार मांग कर चुके हैं. लेकिन बिजली कंपनी हर बार मांगों को अनसुना करती रही.
जाम की सूचना पर पहुंचे जनप्रतिनिधि व अधिकारी
जाम की सूचना पर जिला परिषद सदस्य अरविंद मंडल, पड़ोसी गांव जिच्छो के रहनेवाले दीपक सिंह पहुंचे. ग्रामीणों के साथ विचार-विमर्श शुरू किया. इसके बाद अधिकारियों को सूचना दी. फिर लोदीपुर थाना पुलिस, सबौर के सीओ और बीडीओ घटनास्थल पर पहुंचे. सबौर प्रखंड प्रशासन की ओर से तीन हजार रुपये नकद व 20 हजार रुपये का चेक दिया गया.
इस पर ग्रामीण नहीं माने. बिजली फ्रेंचाइजी कंपनी के अधिकारी को जब फोन किया गया, तो वे 15 हजार नकद मुआवजा देने की बात कही. इस पर पब्लिक और गुस्से में आ गयी और घटनास्थल पर आने को कहा. इस बीच बीडीओ नवीन की पत्नी को बेहतर इलाज के लिए जेएलएनएमसीएच के लिए अपनी गाड़ी से निकल गयीं.
बिजली कंपनी को बुलाने की मांग पर सीओ कर दी घोराबंदी
उधर आक्रोशित लोग सीओ को तब तक कहीं भी जाने से मना कर दिया, जब तक कि बिजली फ्रेंचाइजी कंपनी के पदाधिकारी घटनास्थल पर नहीं पहुंच जाते. ग्रामीणों के आक्रोश को देखते हुए दंगा नियंत्रण वाहन को भी मंगा लिया गया. दूसरी ओर सीओ द्वारा बार-बार बिजली कंपनी के पदाधिकारियों को आने के लिए कहा जा रहा था और बिजली कंपनी के पदाधिकारी दो मिनट, पांच मिनट में आने की बात कह कर टालते रहे. दो बजे बिजली फ्रेंचाइजी कंपनी के अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे.
लिखित में लिया आश्वासन, फिर हटाया जाम
बिजली फ्रेंचाइजी कंपनी के द्वारा 10 हजार, फिर 20 हजार में मामला सलट लिये जाने की बात कहने पर ग्रामीण भड़क गये और धक्का-मुक्की भी की. आखिरकार उच्च अधिकारी से बात करने के बाद बिजली कंपनी के पदाधिकारियों ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आने के बाद रिपोर्ट के अनुसार मुआवजा इंश्योरेंस कंपनी द्वारा दिया जायेगा, जो राशि दो लाख से ऊपर होगी. मृतक की पत्नी को उनके योग्यता के अनुसार बिजली फ्रेंचाइजी कंपनी में नौकरी दी जायेगी.
बिजली कंपनी के लेटरहेड पर लिखित आश्वासन लेने के बाद ग्रामीणों ने जाम हटाया. दूसरी ओर लोदीपुर थाना पुलिस के अधिकारी घटनास्थल का निरीक्षण किया, जहां बिजली का तार गिरा हुआ था.
नवीन के शव पर दहाड़ मार रहे थे परिजन
सड़क पर रखे नवीन के शव पर पिता, मां, पत्नी और अन्य परिजन दहाड़ मार कर रो रहे थे. नवीन तीन भाइयों में सबसे बड़ा था. पत्नी बोल रही थी. किसके सहारे कटेगी जिंदगी. दो बच्चे का सहारा छिन गया.
सड़क पर शव रख कर जाम कर दिया : ग्रामीणों ने नवीन का शव सड़क पर ही सुबह करीब आठ बजे रखकर जाम कर दिया. इसके बाद टायर जलाकर विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया. बिजली कंपनी के खिलाफ नारेबाजी करने लगे. प्रशासन के विरोध में भी वे भड़के हुए थे. दोपहर करीब सवा तीन बजे तक सड़क जाम रखा. लोगों की मांग आपदा में होनेवाली मौत पर मिलनेवाले मुआवजा के बराबर राशि देने की थी.