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सृजन का फर्जीवाड़ा : देर रात तक एसएसपी आवास में दस्तावेज खंगालती रही सीबीआइ
भागलपुर: सृजन महिला विकास सहयोग समिति, बैंक कर्मी और सरकारी कर्मियों की मिली भगत से सरकारी राशि के घोटाले में दर्ज हुए कांडों को सीबीआइ को हैंड ओवर करने काम रविवार को दिन भर चलता रहा. सीबीआइ की टीम रविवार सुबह दस बजे ही एसएसपी आवास पर पहुंच गयी. जिला पुलिस की ओर से दर्ज […]
भागलपुर: सृजन महिला विकास सहयोग समिति, बैंक कर्मी और सरकारी कर्मियों की मिली भगत से सरकारी राशि के घोटाले में दर्ज हुए कांडों को सीबीआइ को हैंड ओवर करने काम रविवार को दिन भर चलता रहा. सीबीआइ की टीम रविवार सुबह दस बजे ही एसएसपी आवास पर पहुंच गयी. जिला पुलिस की ओर से दर्ज किये गये कांडों के सभी आइओ व डीएसपी भी एसएसपी आवास पहुंचे. सुबह से देर रात तक सीबीआइ की टीम दर्ज हुए केस से जुड़े दस्तावेज खंगालती रही और कई कांडों से जुड़े दस्तावेज अपने हाथ में ले लिया.
सीबीआइ की टीम ने नाश्ता और लंच भी एसएसपी आवास पर ही किया. बाहर से मंगवाकर उन्हें भोजन कराया गया. इधर जेल में बंद सृजन फर्जीवाड़े के आरोपितों की रूटीन स्वास्थ्य जांच की गयी. उन्हें मायागंज अस्पताल इलाज के लिए भेजने की बात बतायी जा रही थी, लेकिन जेल में ही सभी का इलाज किया गया. कुछ आरोपितों ने पेट खराब व ब्लड प्रेसर बढ़ जाने की शिकायत की थी.
एक-एक लाइन पढ़ और समझ रही सीबीआइ: सीबीआइ की टीम ने रविवार को जिन कांडों को अपने हाथ में लिया, उसके आइओ से पूरी जानकारी ली. सीबीआइ की तरफ से केस के आइओ ने इस घोटाले की जांच रिपोर्ट, प्राथमिकी व केस डायरी का एक-एक लाइन पढ़ा. उन्हें जहां थोड़ा भी कंफ्यूजन होता केस के आइओ व डीएसपी से उसे क्लियर करने को कहते. एसएसपी मनोज कुमार खुद वहां मौजूद रहे और जहां भी सीबीआइ की टीम को जरूरत महसूस हुई उन्होंने मदद की.
आज भी केस हैंड ओवर करने का काम होगा, फिर शुरू होगी कार्रवाई: सीबीआइ की टीम ने भागलपुर में नौ केस दर्ज किया है. उनमें से कुछ केस के कागजात तो रविवार को ही सीबीआइ ने अपने कब्जे में ले लिया. बांकी केस से जुड़े दस्तावेज सोमवार को सीबीआइ के हवाले किये जाने की संभावना है. सोमवार को सभी केस को अपने पास लेने के बाद सीबीआइ की टीम आगे की कार्रवाई शुरू करेगी.
उन लाेगों के खिलाफ सबूत इकट्ठा करने का काम शुरू किया जो भाग निकले हैं:जिला पुलिस व इआेयू की टीम ने सृजन मामले में कुल 18 लोगों को जेल भेजा है. लगभग दो दर्जन लोग ऐसे हैं, जिनके नाम जांच के दौरान आये हैं. लेकिन, उनके खिलाफ किसी तरह की कार्रवाई नहीं हो सकी है. ये वैसे लोग हैं, जिन्हें पूछताछ के लिए भी बुलाया गया पर वे नहीं पहुंचे. सीबीआइ की टीम को उन सभी लोगों के नाम की लिस्ट और उनके खिलाफ अभी तक की जांच में मिले सबूत की कॉपी रविवार को सौंप दी गयी है. सीबीआइ वैसे लोगों के खिलाफ जल्दी कार्रवाई कर सकती है. उनके खिलाफ केस भी दर्ज किया जायेगा.
शनिवार की देर रात सहरसा पहुंची टीम:सृजन घोटाला की जांच के लिए सीबीआइ की टीम शनिवार की देर रात सहरसा पहुंची. रविवार को टीम के सदस्यों ने समाहरणालय, सदर थाना सहित अन्य जगहों पर जाकर मामले की जानकारी ली. समाहरणालय में जानकारी लेने के बाद टीम के सदस्य सदर थाना पहुंचे. थाने से दस्तावेज की मांग टीम के सदस्यों ने थानाध्यक्ष से की है. मालूम हो कि जिला पदाधिकारी के निर्देश पर वरीय कोषागार पदाधिकारी राज कुमार ने सृजन महिला विकास समिति, भागलपुर की संचालिका मनोरमा देवी, बैंक ऑफ बड़ौदा सहरसा के तत्कालीन शाखा प्रबंधक एवं अन्य सहयोगी, बैंक ऑफ बड़ौदा भागलपुर के तत्कालीन शाखा प्रबंधक एवं अन्य सहयोगी, विशेष भू-अर्जन कार्यालय सहरसा के तत्कालीन पदाधिकारी जिनके हस्ताक्षर से राशि सृजन महिला विकास समिति के खाते में हस्तांतरित की गयी तथा रोकड़पाल एवं प्रधान सहायक पर सदर थाने में मामला दर्ज करवाया था.
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