भागलपुर: भागलपुर जाने-माने क्रिकेट खिलाड़ी विजय सिंह हमेशा के लिए इस दुनिया से विदा हो गये. रविवार को भागलपुर में जब लोग फ्रेंडशिप की शुभकामना सोशल मीडिया पर पोस्ट कर रहे थे, तो विजय को श्रद्धांजलि वाली पोस्ट सामने देख अवाक रह गये. उनके मित्र रहे भागलपुर क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव डॉ आनंद कुमार मिश्रा ने विजय के जाने की सूचना सुन विचलित हो गये.
बातचीत में उन्होंने विजय की कई उपलब्धियां सुनायी. बहुत ही जिंदादिल इनसान था. खुल कर खेलता था. जीतने पर खुश होता था, तो हारने पर दुखी भी. अगले मैच में उसकी बैटिंग-बॉलिंग देख कोई यह नहीं कह सकता था कि पिछले मैच में हारा था. उन दिनों समस्तीपुर में भागलपुर-समस्तीपुर के बीच मुकाबला था. मुमताजउद्दीन के विरुद्ध विजय खेल रहे थे. उनका धुआंधार प्रदर्शन वह भूल नहीं पाते हैं. आज मुमताज जेपी यूनिवर्सिटी, छपरा में कुलपति हैं.
हिंदुस्तान क्लब उन दिनों बेहतरीन क्लब इसलिए हुआ करता था कि इसमें विजय का काफी योगदान था. विजय शंकर, गुंजन ठाकुर, सुबीर मुखर्जी, सुबीर राय, रमण कुमार, आनंद मिश्रा सभी उनके मित्रों की टोली थी. उनके मित्र रहे भागलपुर के वरीय क्रिकेट खिलाड़ी व फोटो जर्नलिस्ट मनोज का कहना था कि 1993 में रांची के विरुद्ध भागलपुर की टीम ने रांची में क्रिकेट खेला था. इसमें बॉलिंग करते हुए विजय ने महेंद्र सिंह धौनी को आउट किया था, जो आज भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ी हैं.