यह परियोजना दीन दयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना से पूरी होगी. ऊर्जा विभाग ने सोलर सिस्टम मिनी ग्रिड परियोजना पर काम शुरू करा दिया है. बांका और भागलपुर जिले के विद्युत विहीन गांवों का सर्वे कार्य बहुराष्ट्रीय कंपनी लार्सन एंड टूब्रो कंपनी को सौंपी गयी है. यह कंपनी ने गांवों का सर्वे करना शुरू कर दिया है. नक्सल प्रभावित क्षेत्र के जंगल से घिरे कई गांवों का सर्वे सफलता पूर्वक कर लिया है. इसके अलावा भागलपुर जिले के आठ गांवों का सर्वे किया है. बिजली अधिकारी की मानें, तो जुलाई अंत तक गांवों का सर्वे कार्य पूरा हो जायेगा और दिसंबर तक विद्युत विहीन गांवों में सौर ऊर्जा से बिजली सप्लाई होने लगेगी.
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खुशखबरी: ऊर्जा विभाग स्थापित करेगा सोलर सिस्टम मिनी ग्रिड, जगमगायेंगे नक्सल प्रभावित गांव
भागलपुर: नक्सल प्रभावित बांका जिले के ऐसे गांव, जहां अभी तक बिजली नहीं पहुंच पायी है. इन गांवों में सौर उर्जा से रोशनी फैलाने का फैसला लिया गया है. इसके अलावा भागलपुर जिले के उन गांवों में भी सौर ऊर्जा से बिजली पहुंचायेगी जायेगी, जहां आजादी के बाद से अभी तक बिजली नहीं पहुंची है. […]
भागलपुर: नक्सल प्रभावित बांका जिले के ऐसे गांव, जहां अभी तक बिजली नहीं पहुंच पायी है. इन गांवों में सौर उर्जा से रोशनी फैलाने का फैसला लिया गया है. इसके अलावा भागलपुर जिले के उन गांवों में भी सौर ऊर्जा से बिजली पहुंचायेगी जायेगी, जहां आजादी के बाद से अभी तक बिजली नहीं पहुंची है. बिजली विहीन गांवों के लिए सोलर सिस्टम मिनी ग्रिड स्थापित होगा.
सर्वे में आये ये गांव: बहुराष्ट्रीय कंपनी लार्सन एंड टूब्रो के अबतक के सर्वे में भागलपुर जिले के लोकमानपुर, शिव कुंड, दुधैला, मोहनपुर सहित दियारा क्षेत्र के आठ गांव चिह्नित हुए हैं. इसके अलावा बांका जिले के जंगल से घिरे कई गांव-टोलों को चिह्नित किया गया है. हालांकि कंपनी ने अबतक सर्वे रिपोर्ट ऊर्जा विभाग को सौंपी नहीं है. मगर, इस माह में सर्वे कार्य हर हाल में पूरा करना है और उन्हें रिपोर्ट भी सौंपनी है.
सोलर सिस्टम और स्टैंड एलोन सिस्टम से बिजली पहुंचाने का खाका तैयार
भागलपुर और बांका जिले के दूर-दराज के गांवों में उजियारा लाने के लिए दो तरह के सिस्टम डेवलप होंगे. ग्रिड की पहुंच से दूर गांवों में बिजली की व्यवस्था के लिए सोलर एनर्जी और रिनिवल एनर्जी का इस्तेमाल होगा. सोलर सिस्टम मिनी ग्रिड एवं स्टैंड एलोन सिस्टम नाम की व्यवस्था के लिए ऊर्जा विभाग ने खाका खींचा लिया है. यानी, सोलर एनर्जी परियोजनाओं के सहारे ग्रिड से दूर गांवों में बिजली की दिक्कत को दूर करने के लिए कदम बढ़ाया है.
जला सकेंगे बिजली के सभी जरूरी उपकरण
सोलर सिस्टम मिनी ग्रिड से उपभोक्ता के घर जब बिजली मिलेगी, तो इससे सभी जरूरी उपकरणों को चलाया जा सकेगा. इनमें मोबाइल चार्जर से लेकर अन्य सभी उपकरण शामिल होंगे. अधिकारियों की मानें तो सर्वे में जो गांव शामिल है, वह ग्रिड से दूर है. गांवों में बिजली नहीं है. सोलर एनर्जी के माध्यम से यहां के घर रोशन होंगे.
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