सुलतानगंज : श्रावणी मेले में कांवरियों के लिए गंगा घाट से गंगा किनारे वैकल्पिक बाइपास निर्माण की योजना अधर में लटकी है. 10 जुलाई से विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला शुरू हो रहा है. कांवरियों को वैकल्पिक बाइपास निर्माण नहीं होने से परेशानी होगी. नगर परिषद ने तीन वर्ष पूर्व 18 करोड़ 22 लाख 78 हजार […]
सुलतानगंज : श्रावणी मेले में कांवरियों के लिए गंगा घाट से गंगा किनारे वैकल्पिक बाइपास निर्माण की योजना अधर में लटकी है. 10 जुलाई से विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला शुरू हो रहा है. कांवरियों को वैकल्पिक बाइपास निर्माण नहीं होने से परेशानी होगी. नगर परिषद ने तीन वर्ष पूर्व 18 करोड़ 22 लाख 78 हजार रुपये का प्राक्कलन बना कर नगर विकास विभाग को भेजा था.
पूर्व नगर विकास मंत्री सम्राट चौधरी ने 19 जनवरी 2015 को नागरिक अभिनंदन के दौरान सुलतानगंज में एक सभा को संबोधित करते हुए कांवरिया बाइपास का निर्माण की राशि लगभग 50 करोड़ बताते हुए जल्द निर्माण की बात कही थी. नयी सीढ़ी घाट पर बने धर्मशाला में 144 कमरे का निर्माण का प्रस्ताव भेजा गया था, ताकि कांवरियों को गंगा तट पर ठहराव में कोई परेशानी नहीं हो. प्रस्ताव को नगर विकास विभाग ने ठंडे बस्ते में डाल दिया है, ऐसे में कांवरियों को इस वर्ष भी परेशानी होगी. नगर परिषद सभापति दयावती देवी ने बताया कि वैकल्पिक बाइपास निर्माण से कांवरियों को भीड़ के कारण जाम का सामना नहीं करना पड़ता. नगर विकास विभाग से जल्द ही इस दिशा में कार्य करने को कहा जायेगा.
पीएचइडी के अधीक्षण अभियंता विजय कुमार श्रीवास्तव ने शुक्रवार को मेला कार्य का जायजा लिया.गंगा घाट से कच्चा कांवरिया पथ में शौचालय,पेयजलापूर्ति कार्य का निरीक्षण कर कई आवश्यक निर्देश दिये. मौके पर सहायक अभिंयता इं सीके मिश्रा उपस्थित थे.
पेयजल,रोशनी व शौचालय की मुकम्मल व्यवस्था नहीं : कांवरियों का आगमन अजगैवी नगरी में शुरू हो गया है. कार्य को पूरा करने को लेकर 30 जून का समय तय किया गया था. समय समाप्त होने के बाद सुविधा के नाम पर अब तक कुछ भी नहीं हो पाया है. रेल उपरि पुल का रंग-रोगन, रोशनी की सुविधा बहाल नहीं हो पायी है. कमराय स्कूल में बने शौचालय को दुरुस्त नहीं किया जा सका है.