संवाददाता, विपिन कुमार मिश्र
बेगूसराय (नगर) . राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, बेगूसराय(उत्तर बिहार)के द्वारा शहर के गांधी स्टेडियम में आयोजित संघ समागम कार्यक्रम रविवार को सरसंघ चालक मोहन मधुकर भागवत के उद्बोधन के साथ संपन्न हो गया. कार्यक्रम को लेकर पिछले एक सप्ताह से आरएसएस के कार्यकर्ताओं में उत्साह था. कार्यक्रम को सफल बनाने में स्वयंसेवकों ने कोई कसर नहीं छोड़ी थी. इसी के तहत संघ समागम कार्यक्रम के पूर्व बेगूसराय शहर में तीन जगहों संत जोसेफ स्कूल, आयुव्रेदिक कॉलेज एवं बेसिक स्कूल के प्रांगण से गणवेशधारी पथ संचलन करते हुए गांधी स्टेडियम पहुंचे. इसके बाद सभी गणवेशधारियों को लाइनअप करा कर परेड करवाया गया.अनुशासन के प्रतीक संघ के कार्यकर्ता इस कार्यक्रम को लेकर पूरी तरह से अनुशासित दिख रहे थे. इसके बाद कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच आरएसएस के सर संघ चालक मोहन भागवत को गांधी स्टेडियम के मैदान में लाया गया. इसके बाद संघ के द्वारा झंडोत्ताेलन का कार्य किया गया. इसके बाद मंच पर उपस्थित संघ के पदाधिकारियों का परिचय करवाया गया. मंच पर ही मोहन भागवत के द्वारा इस कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे सह महिला कॉलेज की प्राध्यापिका प्रो स्वर्णलता सिंह को सम्मानित किया गया. इसके बाद परेड के द्वारा मार्च पास्ट किया गया. कार्यक्रम के पश्चात मोहन भागवत ने देश के हालात और इस हालात में संघ की भूमिका पर बखूबी चित्रण किया. मौके पर कहा कि पूरे भारत वर्ष में प्रखंड स्तर पर संघ की शाखाएं हैं. संघ के कार्यक्रम को लेकर देश में हलचल होती रहती है. इस मौके पर उन्होंने कहा कि संपूर्ण दुनिया में संघ का काम अनोखे प्रकार का है. इसमें लोग बिल्कुल नि:स्वार्थ भाव से जुड़ते हैं. इसमें आने-जाने पर कोई प्रतिबंध नहीं है. संघ देश के लिए काम करता है. उन्होंने स्पष्ट रू प से कहा कि जब तक अपना देश सुखमय व प्रतिष्ठित नहीं होगा, तब तक अपना जीवन बेकार है. उन्होंने देश का चित्रण करते हुए कहा कि आज देश की हालात यह है कि कई प्रकार की समस्याओं से हमारा देश कराह रहा है. आजादी के 67 साल हो गये, लेकिन वास्तविक आजादी हमें नहीं मिल पायी है. एक तरफ न तो हमारी सीमा सुरक्षित है और ना ही हम महंगाई, भ्रष्टाचार, बेरोजगारी को ही दूर कर पा रहे हैं. देश त्रहि-त्रहि कर रहा है. उन्होंने देश की सत्ता और राजनेताओं पर भी अपरोक्ष रू प से हमला बोलते हुए कहा कि केवल सत्ता, नेता और नीतियां बदलने से देश का भला होनेवाला नहीं है. इसके लिए समाज की स्थिति को ठीक करना होगा. वास्तव में यह सभी सफलता स्वस्थ समाज पर ही निर्भर है. श्री भागवत ने कहा कि हिंदू विरासत सत्य है. इसे नकाराने से कुछ होने को नहीं है. सबकी श्रद्धा का सम्मान करते हुए मनुष्यता का व्यवहार रखना होगा, तभी हम अपनी मुहिम में सफल होकर अपने देश के गौरव को बढ़ा सकते हैं. इस मौके पर उन्होंने अपने में भी बदलाव लाने की नसीहत दी.उन्होंने कहा कि बौद्धिक को आचरण में उतारने की जरू रत है. परंपरा का ज्ञान घरों से नहीं मिला. शिक्षा को बाजार का शिक्षा बना दिया गया है. इसके चलते समाज पीछे की ओर जा रहा है. इस मौके पर उन्होंने उपस्थित लोगों और संघ के कार्यकर्ताओं से अपील की कि समाज को खड़ा करने की जरू रत है. भारत माता की भक्ति का गीत गाना होगा. मोहन भागवत के कार्यक्रम को लेकर गांधी स्टेडियम के भीतर एवं बाहर में सुरक्षा की चाक-चौबंद व्यवस्था की गयी थी. एसपी हरप्रीत कौर के निर्देश पर एएसपी अजीत कुमार सुरक्षा व्यवस्था की खुद गांधी स्टेडियम के अंदर कमान संभाले हुए थे. दूसरी ओर संघ के कार्यकर्ता भी विधि व्यवस्था को बनाये रखने में पूरी तरह से मुस्तैद दिखे.