बेगूसराय (नगर) : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का फॉर्मूला न्याय के साथ विकास का है. इस पर वे अडिग है और पांचवीं पारी में सीएम पद की शपथ लेते ही एक बार फिर बिहार की जनता के नाम संदेश में कहा कि हमारा मकसद जनता के कार्यों को प्राथमिकता देना है.
इसी का नतीजा हुआ कि सरकार बनने के पहले ही दिन सीएम श्री कुमार ने डीएम व एसपी के साथ बैठक कर अपनी कार्य संस्कृति में बदलाव लाने की नसीहत देते हुए कई टास्क दिया. इसी टास्क का नतीजा है कि हर जगहों पर पदाधिकारी हों या कर्मचारी अपने काम के प्रति सजग दिखाई पड़ रहे हैं. जरूरत है कि यह सजगता हमेशा बनी रहे ताकि जनहित के कार्यों के निष्पादन के लिए लोगों को किसी भी प्रशासनिक एवं पुलिस पदाधिकारी के कार्यालयों की गणेश परिक्रमा न करना पड़े.
विद्युत आपूर्ति सूदृढ़ करने के लिए डीएम ने दिया पदाधिकारियों को टास्क : जिला पदाधिकारी सीमा त्रिपाठी ने विद्युत विभाग के अधिकारियों को जिले में विद्युत विभाग के अधिकारियों को जिले में विद्युत व्यवस्था सुदृढ़ करने का निर्देश दिया है.
जिलाधिकारी ने समाहरणालय स्थित कारगिल विजय भवन में विद्युत कार्यपालक अभियंताओ, परियोजना अभियंता, सहायक अभियंताओं, कनीय अभियंताओं, राजस्व पदाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर कई निर्देश दिया. इस बैठक में जिलाधिकारी ने विद्युत आपूर्ति, विद्युत वितरण, बिलिंग, राजस्व संग्रह, संबंध विच्छेद, छापेमारी, प्राथमिकी, नीलाम पत्रवाद आदि की समीक्षा कर कई निर्देश दिये.
जिला पदाधिकारी ने ग्रिड सब स्टेशन एवं पावर सब स्टेशन के लिए भूमि उपलब्धता की प्रक्रिया में भी तेजी लाने का निर्देश दिया. उन्होंने मीटर रीडिंग, बिलिंग एवं राजस्व संग्रह में खराब प्रदर्शन करनेवाले अभियंताओं को चेतावनी देते हुए इसमें अविलंब सुधार लाने का निर्देश दिया. जिलाधिकारी ने इस मौके पर विद्युत के बड़े बकायेदारों के विरुद्ध कार्रवाई करने का भी निर्देश दिया. बैठक में उपविकास आयुक्त, प्रभारी पदाधिकारी राजस्व समेत अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे.
स्वच्छता अभियान को लेकर समाज में जागरूकता फैलाने का डीएम ने दिया निर्देश : जिलाधिकारी सीमा त्रिपाठी अपने कार्यालय प्रकोष्ठ में जिला जल एवं स्वच्छता समिति की बैठक आयोजित कर कई निर्देश दिये. उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों को खुले में शौच मुक्त करना हमारी प्राथमिकता है.
इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए समाज में जागरूकता फैलाने तथा लोगों को प्रेरित करने की जरूरत है. उन्होंने इस मौके पर कहा कि पंचायती राज संस्थाओं, आंगनबाड़ी केंद्रों, शैक्षणिक संस्थानों तथा गैर सरकारी संगठनों के सामूहिक प्रयास से स्थिति में सुधार लाया जा सकता है.
इस बैठक में जिला पदाधिकारी ने स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) अंतर्गत लक्ष्य के विरुद्ध उपलब्धियों, व्यक्तिक एवं सामुदायिक शौचालय निर्माण, उत्पादन केंद्रों, ग्रामीण स्वच्छता मार्ट का निर्माण सहित विभिन्न मुद्दों पर गहन समीक्षा की. जिला पदाधिकारी ने इस मौके पर गंगा किनारे अवस्थित पंचायतों को खुले में शौच से मुक्ति के लिए गंगा एक्शन प्लान के अंतर्गत समन्वित प्रयास की आवश्यकता पर बल दिया. उन्होंने गंगा किनारे पंचायतों एवं विश्व बैंक संपोषित पंचायतों को जलजमाव से मुक्ति एवं कूड़ा-कचरा प्रबंधन के लिए किये गये प्रयासों का जायजा लिया.
बैठक में जिला पदाधिकारी ने जिला जल स्वच्छता समिति के सभी सदस्यों को एक-एक पंचायत को खुले में शौच मुक्त बनाने की जिम्मेदारी दी.
डीएम ने जिलास्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में लिया भाग
राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) को अद्यतन करने एवं एनपीआर डाटा बेस में आधार संख्यक को सम्मिलित करने के लिए जिला पदाधिकारी, बेगूसराय की अध्यक्षता में जिलास्तरीय प्रशिक्षण का आयोजन किया गया. प्रशिक्षण में उपविकास आयुक्त, जिला सांख्यिकी पदाधिकारी, पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी समेत अन्य पदाधिकारी व पर्यवेक्षक उपस्थित थे. इस मौके पर एनपीआर डाटाबेस में सुधार एवं आधार संख्यक जोड़ने के लिए विस्तृत प्रशिक्षण दिया गया. मौके पर सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी को उनके प्रखंड का चार्ज पदाधिकारी नामित करते हुए समय सीमा के तहत चार्ज रजिस्टर एवं प्रगणकों को नियुक्त कर कार्य प्रारंभ करने का निर्देश दिया गया.