साहेबपुरकमाल: थाना क्षेत्र के सादपुर निवासी 65 वर्षीय प्यारेलाल चौधरी का क्षत-विक्षत शव शुक्रवार की सुबह जानीपुर गांव के समीप मकई के खेत से मिला. पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया. शव का आधा भाग जानवर के द्वारा नोंच कर खा जाने तथा गले में नीला […]
साहेबपुरकमाल: थाना क्षेत्र के सादपुर निवासी 65 वर्षीय प्यारेलाल चौधरी का क्षत-विक्षत शव शुक्रवार की सुबह जानीपुर गांव के समीप मकई के खेत से मिला. पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया. शव का आधा भाग जानवर के द्वारा नोंच कर खा जाने तथा गले में नीला निशान भी पाया गया.
एक सप्ताह पूर्व से वह व्यक्ति लापता था. इस संबंध में थानाध्यक्ष मनोज कुमार ने बताया कि प्रथम दृष्टया यह हत्या का मामला बनता है. पोस्टमार्टम के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पायेगी. थानाध्यक्ष ने बताया कि मृतक के पुत्र संजीव कुमार ने सात फरवरी को थाने में आवेदन दिया था, जिसमें बताया गया था कि उसके पिता प्यारेलाल चौधरी चार फरवरी को डॉक्टर के यहां इलाज करवाने के लिए बलिया की ओर गये थे. तीन दिन बाद भी घर वापस नहीं आने पर लापता होने की सूचना दी गयी थी.
शुक्रवार की सुबह शव बरामद होने के बाद हत्या का मामला दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू की गयी. इधर, ग्रामीणों का कहना है कि सादपुर-बलिया पथ अपराधियों के लिए सेफ जोन बना हुआ है.
कर्मियों की मनमानी से तंग हो सीओ ने खायी थी दवा
बेगूसराय (नगर). गुरुवार को एलप्रोक्स की गोली खाने से बेहोश हुई सीओ जब शुक्रवार को होश में आयी, तो उन्होंने इस घटना का खुलासा किया. सदर अस्पताल में इलाज करा रही सीओ रेणु गुप्ता ने कहा कि भगवानपुर अंचल में कार्यरत प्रधान सहायक सह नाजिर एवं कर्मचारियों की मनमानी से परेशान है. इससे जिले के वरीय पदाधिकारियों को भी कई बार अवगत कराया गया. फिर भी कोई पहल नहीं की गयी. इसके बाद इस तरह का कदम उठाने को बाध्य होना पड़ा. सीओ ने बताया कि अधीनस्थ कर्मचारियों द्वारा ससमय रिपोर्ट प्रतिवेदन नहीं देने, पुराने प्रतिवेदन की छायाप्रति देने, लक्ष्य के अनुसार 45 लाख लगान की वसूली करने के बदले महज आठ लाख की ही वसूली करने को लेकर जब इस संबंध में स्मारपत्र दिया गया, तो कर्मचारियों द्वारा बेबुनियाद आरोप लगा कर धरना-प्रदर्शन किया जाने लगा. इससे मैं अपना मानसिक
संतुलन खो दिया और इस तरह का कदम उठाया.