बेगूसराय : आशीर्वाद माइक्रो फाइनेंस कंपनी के फील्ड ऑफिसर संजीत कुमार सिंह ने लूट का फर्जी केस कर पुलिस को गुमराह किया है. फाइनेंस कंपनी राशि गबन करने की नियत से फिल्ड ऑफिसर संजीत ने ही फर्जी लूट की साजिश रची थी. मामले का खुलासा तब हुआ जब पुलिस ने वैज्ञानिक अनुसंधान का सहारा लिया. अनुसंधान के जरिये फर्जी लूटकांड के एक रुपये, मोबाइल, टैब, प्रिंटर की बरामदगी के साथ फील्ड ऑफिसर व उनके सहयोगी रामउदगार राउत को भी धर-दबोच लिया है.
यह जानकारी एसपी आदित्य कुमार ने अपने कार्यालय कक्ष में बुधवार को आयोजित प्रेस वार्ता में दी. उन्होंने बताया कि सात दिसंबर को फिल्ड ऑफिसर संजीत कुमार ने भगवानपुर थाना में कांड 227/17 के तहत मामला दर्ज कराया था. जिसमें कहा गया कि भगवानपुर थाना क्षेत्र के माधुरीचौक के पास बाइक पर सवार तीन अपराधियों ने हथियार का भय दिखाकर डेढ़ लाख नकदी, सैमसंग मोबाइल व टैबलेट और प्रिंटर लूट लिये. घटना के बाद तेघड़ा एसडीपीओ बीके सिंह के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित कर ऑपरेशन में लगा दिया.
अनुसंधान में मिले सुराग के आधार पर छापेमारी टीम ने सर्वप्रथम मंसूरचक थाने के पुरानीचक समसा निवासी राम उदगार राउत को उठाया. पूछताछ में उसने अहम राजों का खुलासा करते हुए स्वीकारा कि लूट केस में वर्णित टैब, मोबाइल व प्रिंटर उनकी दुकान में रखी है.जबकि रुपये फिल्ड ऑफिसर के पास ही है. उनकी निशानदेही पर फिल्ड ऑफिसर संजीत कुमार सिंह के पास एक लाख रुपये नकद बरामद किया. इसके साथ ही उसे भी गिरफ्तार कर लिया. वह छपरा का रहने वाला है. फिल्ड ऑफिसर ने अपने स्वीकारोक्ति बयान में बताया कि फर्जी लूट की साजिश में मित्र समसा निवासी शंभु राउत ने भी सहयोग दिया. शंभु फरार चल रहा है. एसपी ने बताया कि फर्जी लूट व पुलिस को गुमराह करने के आरोप में फिल्ड ऑफिसर सहित उनके मित्रों के विरुद्ध भगवानपुर थाना में 297/17 के तहत प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. छापेमारी दल में मंसूरचक थाना प्रभारी अरविंद कुमार सिंह, भगवानपुर थाना प्रभारी रितेश कुमार रतन, पुअनि राजकुमार यादव शामिल थे. केस को खुलासा करने में भगवानपुर थानाध्यक्ष की अहम भूमिका रही. उन्हें अलग से पुरस्कृत किया जायेगा.