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जीजा ने करायी थी पर्यवेक्षक की हत्या

खुलासा. आवास पर्यवेक्षक हत्याकांड का हुआ खुलासा, 14 अक्तूबर को हुई थी हत्या 1.20 लाख रुपये में सुपारी किलरों ने किया था सौदा हत्या में पांच अपराधियों की संलिप्तता सामने आयी है बेगूसराय : बरौनी प्रखंड के आवास पर्यवेक्षक कुंदन कुमार हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने में पुलिस ने कामयाबी हासिल की है. हत्याकांड में पांच […]

खुलासा. आवास पर्यवेक्षक हत्याकांड का हुआ खुलासा, 14 अक्तूबर को हुई थी हत्या

1.20 लाख रुपये में सुपारी किलरों ने किया था सौदा
हत्या में पांच अपराधियों की संलिप्तता सामने आयी है
बेगूसराय : बरौनी प्रखंड के आवास पर्यवेक्षक कुंदन कुमार हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने में पुलिस ने कामयाबी हासिल की है. हत्याकांड में पांच अपराधियों की संलिप्तता सामने आयी है. इसमें चार अपराधियों को गिरफ्तार भी कर लिया गया है. पकड़े गये चारों बदमाशों ने पुलिस के समक्ष कई सनसनीखेज रहस्यों का खुलासा किया है. यह जानकारी प्रभारी एसपी सुधीर कुमार सिंह ने गुरुवार को अपने कार्यालय कक्ष में आयोजित प्रेस वार्ता में दी. उन्होंने बताया कि आवास पर्यवेक्षक कुंदन कुमार के जीजा बरौनी-गढ़हारा गांव निवासी विष्णुदेव साह के पुत्र अमरदीप कुमार ने ही 1.20 लाख रुपये में सुपारी देकर सुपारी किलरों से हत्या करायी थी.
अमरदीप प्राइमरी स्कूल गंगा पार के शिक्षक हैं. प्रभारी एसपी ने बताया कि कुंदन की बहन और जीजा के बीच रिलेशनशीप मधुर नहीं थे. बात-बात में झगड़े हो जा रहे थे. उसकी बहन न ससुराल में रहना चाहती थी और न ही तलाक देने को तैयार थी. अमरदीप अपने साला कुंदन को इस मामले में हस्तक्षेप करने के लिए कह रहा था. परंतु कुंदन अपनी बहन के पक्ष में ही उतर कर जीजा से उलझ पड़ता था. इसी खुन्नस में अपराधियों को सुपारी देकर कुंदन की हत्या करा दी गयी. सुपारी किलरों ने 1.20 लाख रुपये में 30-30 हजार रुपये बंटवारा किया. लाइनर की भूमिका निभाने वाला एक शातिर अभी फरार है. जिसकी गिरफ्तारी के लिए संदिग्ध ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है.
एएसपी कर रहे थे छापेमारी दल का मॉनीटरिंग :घटना के खुलासे को लेकर गठित विशेष छापेमारी टीम की मॉनीटरिंग सदर एसडीपीओ सह एएसपी मिथिलेश कुमार कर रहे थे. इस टीम में बरौनी इंस्पेक्टर सह थानाध्यक्ष गजेंद्र कुमार, एफसीआइ ओपी अध्यक्ष ज्योति कुमार, चकिया ओपी अध्यक्ष अजीत कुमार, पुलिस लाइन के दारोगा शैलेश कुमार, राज रतन, डीआइओ के सिपाही 754 प्रमोद कुमार शामिल थे. प्रभारी एसपी ने कहा कि मोबाइल सर्विलांस व सीडीआर के जरिये कातिलों के गिरेबान तक पुलिस पहुंची है.
कर्मचारियों ने किया था जोरदार आंदोलन :कुंदन हत्याकांड में संलिप्त अपराधियों को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर बिहार राज्य अराजपत्रित कर्मचारी संघ के बैनर तले जिले के कर्मचारियों ने एक सप्ताह पूर्व समाहरणालय के समक्ष जोरदार आंदोलन किया था. वहीं घटना के खुलासे के बाद कर्मचारी संघ के नेताओं ने पुलिस पदाधिकारियों को बधाई देते हुए आरोपितों को स्पीडी ट्रायल के जरिये शीघ्र सजा दिलवाने का अनुरोध किया है.
पकड़े गये बदमाशों ने बताये कई राज
पुलिस गिरफ्त में आवास पर्यवेक्षक कुंदन कुमार के जीजा अमरदीप साह ने अपना गुनाह कबूल किया है.उसने बताया कि कुंदन की हत्या कराने के लिए अपने दोस्त गढ़हारा निवासी विशो साह के पुत्र संजय कुमार को 1.20 लाख रुपये भुगतान किया था. संजय साह ने सुपारी किलरों को सेट कर घटना को अंजाम दिया था. पकड़े गये बदमाशों में बरौनी थाना क्षेत्र के इब्राहिमपुर बीहट निवासी मो मोस्तकीम के पुत्र नेपला उर्फ मो हनीफ, गढ़हारा निवासी स्व देवनारायण सिंह के पुत्र बीतो उर्फ बीजों व एक अन्य बदमाश शामिल हैं. ये सभी मिल कर 14 अक्तूबर 2017 को आवास पर्यवेक्षक कुंदन कुमार की तब गोली मारकर हत्या कर दी थी जब वह बरौनी प्रखंड से अपना कार्यों को निष्पादित कर बाइक से एक दोस्त के साथ वापस घर लौट रहा था. बथौली के पास पीछा कर रहे अपराधियों ने कुंदन की बाइक रोक कर उसकी गोली मार कर हत्या कर दी थी. जबकि बाइक पर सवार दोस्त को छोड़ दिया था. आवास पर्यवेक्षक मधुबनी का रहने वाला था. वर्तमान में सिंघौल-उलाव में अस्थायी आवास पर सपरिवार रहता था.

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