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15 लाख बच्चों को दी जायेगी दवा

बेगूसराय : राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस 10 अगस्त व मॉप-अप डे 17 अगस्त 2017 का जिला स्तरीय उद्घाटन राजकीयकृत मध्य विद्यालय मोहनपुर के सभागार में उप विकास आयुक्त कंचन कपूर के द्वारा दीप जला कर किया गया. इस अवसर पर डीडीसी कंचन कपूर ने बच्चे को कृमिनाशक अलबेंडाजोल टेबलेट खिला कर अभियान की शुरुआत की. […]

बेगूसराय : राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस 10 अगस्त व मॉप-अप डे 17 अगस्त 2017 का जिला स्तरीय उद्घाटन राजकीयकृत मध्य विद्यालय मोहनपुर के सभागार में उप विकास आयुक्त कंचन कपूर के द्वारा दीप जला कर किया गया. इस अवसर पर डीडीसी कंचन कपूर ने बच्चे को कृमिनाशक अलबेंडाजोल टेबलेट खिला कर अभियान की शुरुआत की. इस अवसर पर उन्होंने कहा कि किसी भी परिस्थितियों में बच्चे गोली लेकर घर नहीं जायेंगे. आंगनबाड़ी केंद्र की सेविकाओं,

सरकारी एवं गैर सरकारी पंजीकृत विद्यालयों के शिक्षकों व संस्कृत विद्यालयों एवं मदरसा के शिक्षकों को हर हाल यह ध्यान देना होगा कि बच्चे को संबंधित संस्थान में सामने में ही टेबलेट खिलायी जाये .उन्होंने कहा कि यह कार्यक्र म 10 अगस्त को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के रूप में मनाया जाना है. उन्होंने कहा कि प्रदूषित भोजन एवं जल के सेवन से, नंगे पैर घुमने से, खुले में शौच करने से और स्वच्छता पर ध्यान नहीं देने से बच्चों में कृमि का संक्रमण हो जाता है. जिससे बच्चों में खून की कमी, कुपोषण तथा शारीरिक एवं मानिसक विकास पूर्ण रूप से नहीं हो पाता है.

अधिक संक्र मण की स्थिति में बच्चों का स्वास्थ्य खतरे में पड़ जाता है. उन्होंने कहा कि कार्यक्रम का उद्देश्य बच्चों को कृमि से मुक्त करना है. ताकि बच्चों का स्वास्थ्य बेहतर हो. इस अवसर पर सिविल सर्जन डॉ हरिनारायण सिंह ने कहा कि इस गोली का कोई कुप्रभाव नहीं होता. जिन बच्चों में कृमि का संक्रमण ज्यादा होता है उन्हें थोड़ा-बहुत जी मिचलाना, उल्टी या दाने, चकता या पेट में हल्का दर्द हो सकता है. इसके लिए प्रत्येक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर त्वरित निवारक दल आवश्यक दवाओं के साथ मौजूद रहेंगे. जिसे सूचना देने पर वे तुरंत उपचार करेंगे. मौके पर डीआइओ डॉ भारतेंदु ने कहा कि जो बच्चे आंगनबाड़ी केंद्र अथवा सरकारी गैर सरकारी विद्यालय नहीं जाते हैं उन्हें आशा कार्यकर्ताओं के द्वारा प्रेरित कर आंगनबाड़ी केंद्रों पर लाकर गोली खिलाना है. उन्होंने कहा कि 10 अगस्त को जो बच्चे किसी कारण से गोली खाने से वंचित रह जायेंगे. उन्हें मॉप-अप डे 17 अगस्त को गोली खिलाने का लक्ष्य रखा गया है. इस अवसर पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ रामरेखा ने दवा खाने की विधि बताते हुए कहा कि एक से दो साल तक के बच्चे को आधी गोली चूर्ण बनाकर पानी के साथ खिलाना है. दो से पांच साल तक के बच्चे को एक गोली चूर्ण बनाकर पानी के साथ खिलाना है तथा छह साल से 19 साल तक के बच्चे, किशोरों एवं किशोरियों को एक गोली चबा कर पानी के साथ खाना है. मौके पर यूनेस्को के जीपी संजय ने बताया कि जिले में लगभग 15 लाख 76 हजार सात सौ पच्चीस बच्चे को अलबेंडाजोल की गोली खिलाने का लक्ष्य रखा गया है.

मौके पर विद्यालय के प्रधानाध्यापक विनय कुमार ने सभी आगत अतिथियों का स्वागत किया और बच्चों ने सभी पदाधिकारियों को फूलों का गुलदस्ता भेंट कर सम्मानित किया. इस अवसर पर रिजनल को-ऑर्डिनेटर धीरज कुमार, डीपीएम शैलेश प्रसाद ,बीएचएम अनिता कुमारी, बीसीएम रश्मि राज, यूएनडीपी मंतोष कुमार, स्वास्थ्यकर्मी मनोज कुमार सहित विद्यालय के सभी शिक्षक-शिक्षिका मौजूद थे.

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