बांका: चांदन नदी तट पर शहर वासियों को समस्याओं से निजात दिलाने व शव के दाह संस्कार के लिए मुक्तिधाम का निर्माण चर्चित व्यवसायी कृष्ण कुमार डोकानिया उर्फ कन्हैया डोकानिया ने कराया था. इस मुक्ति धाम से क्षेत्र गरीबों को खास कर काफी फायदा मिल रहा था. जिन लोगों के पास पैसे की कमी थी […]
बांका: चांदन नदी तट पर शहर वासियों को समस्याओं से निजात दिलाने व शव के दाह संस्कार के लिए मुक्तिधाम का निर्माण चर्चित व्यवसायी कृष्ण कुमार डोकानिया उर्फ कन्हैया डोकानिया ने कराया था.
इस मुक्ति धाम से क्षेत्र गरीबों को खास कर काफी फायदा मिल रहा था. जिन लोगों के पास पैसे की कमी थी और वे सुल्तानगंज गंगा घाट नहीं जा पाते थे वे इसी मुक्ति धाम में शव को जलाया करते थे लेकिन अब यह सुविधा नदी की धार में बह गया. स्थानीय लोगाों ने बताया कि इस मुक्ति धाम के निर्माण होने से करीब चार साल हुआ था. वहीं शहर के करहरिया मुहल्ले के पावर ग्रिड के बगल में बसे एक गृह स्वामी को अपने घर की चिंता सता रही है. जिले के मुख्य मार्ग को जोड़ने वाले पथ पर यातायात बाधित हो चुका है. खबर लिखे जाने तक इस पर कोई पहल नहीं किया गया है.
शायद इससे संबंधित पदाधिकारी बड़ी दुर्घटना होने के इंतजार में मौन बने बैठे हैं. पावर ग्रिड के बगल में अमित कुमार भारती ने करीब दो वर्ष पूर्व घर का निर्माण कर अपने पूरे परिवार के साथ रह रहे हैं. लेकिन तीन दिनों से हुई बारिश के कारण पावर ग्रिड की चहारदीवारी उनके मकान के दीवार का सहारा लेकर खड़ा है.
इस पर लगे एंगिल ने दीवार को पूरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया है. इस संबंध में मकान मालिक अमित कुमार भारती ने बताया कि इस क्षति के लिए विभाग के वरीय पदाधिकारी के कार्यालय व आवास का कई बार चक्कर लगा कर शिकायत भी की लेकिन अब तक इसके लिए कोई सार्थक कदम नहीं उठाया गया है. विभाग द्वारा चार दीवारी के लेवल को ताख पर रख कर मिट्टी की भराई कर दी गयी. इससे बारिश होते ही इसके दबाव से दीवार गीर गया. आधा दीवार मेरे घर के दीवार का सहारा लेकर खड़ा है ज्यादा दबाव पड़ने से मकान कभी भी गीर सकता है. विभाग समय रहते इस पर कार्य नहीं करती है तो कभी भी बड़ी दुर्घटना घट सकती है.