इसे हर हाल में पूरा करना है. जिसमें अनुसूचित जाति एवं जनजाति समुदाय की महिलाओं को प्राथमिकता के आधार पर परियोजना में शामिल करने का निर्देश दिये. डीएम ने जीविका के कर्मी एवं पदाधिकारी को लक्ष्य को ससमय पूरा करने को कहें, ताकि महिलाएं आत्मनिर्भर हो सके. एनआरएलएल दिल्ली के केके झा ने बताया कि महिला किसान सशक्तीकरण परियोजना का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को कृषि एवं स्वरोजगार से जोड़ कर स्वावलंबी बनाना है. डीएफओ बांका ने महिला किसान सलाहकार एवं महिलाओं को बताया कि बांका वन क्षेत्र में मधुमक्खी एवं रेशम सहित अन्य प्रकार के स्वरोजगार के लिए उपयुक्त है.
जो किसान इससे जुड़ेंगे, उन्हें हर संभव सहायता दी जायेगी. इसमें कटोरिया, चांदन एवं बेलहर प्रखंड के महिलाओं को जोड़ने की योजना तैयार की गयी है. इस मौके पर पंचायती राज पदाधिकारी राम कुमार पोद्दार, जिला संपर्क पदाधिकारी दिलीप सरकार, जीविका के पदाधिकारी, डीपी शाही सहित अन्य पदाधिकारी एवं कर्मी उपस्थित थे.