बांका: शादी विवाह का मौसम शुरू होते ही वाहन संचालक के पास रिजर्व की तादाद बढ़ जाती है. एक दिन में दो स्थान से भी ज्यादा बुकिंग कर लोगों को गाड़ी उपलब्ध कराया जाता है. यात्री को जल्दी पहुंचाने के चक्कर में जिंदगी की कहानी ठप हो जाती है. मालूम हो कि इस वर्ष वैशाख माह(अप्रैल) से लगन आरंभ है जो आधा आषाढ़(जून) तक चलेगा. इसी ढाई माह में लोग विवाह व अन्य मांगलिक कार्य को निबटना चाहते हैं.
इसी वर्ष मलेमास भी लगने वाला है जिसमें शादी विवाह जैसे पुनीत कार्य करना अशुभ माने जाते हैं. जिंदगी की भागदौड़ में सबको हर काम के लिए जल्दी पड़ी है.
बांका में इसी जल्दबाजी ने कई जिंदगी पर विराम लगा दिया है. धीरे चले जिंदगी बचेगी तो लाखों उपाय. मालूम हो कि पिछले पखवाड़े में आधे दर्जन से अधिक सड़क दुर्घटनाओं ने लोगों को झकझोर दिया है. जानकारी के अनुसार लगन के दिनों में बरात गाड़ी, दूल्हा गाड़ी व अन्य गाड़ी की बुकिंग बढ़ जाती है. वाहन संचालक को भी कमाने की जल्दी पड़ी रहती है. इस जल्द बाजी में जब चालक को नींद आ जाती है तो वाहन कभी सड़क किनारे पेड़ तो कभी झोपड़ी में गाड़ी घुस जाती है. तीन दिन पहले 25 अप्रैल को अहले सुबह बांका कटोरिया रोड में मंगरा के करीब पेड़ में टकराने से स्कॉर्पियो पर सवार दो महिला समेत पांच लोग गंभीर रुप से जख्मी हो गये जिसे बांका में प्राथमिक उपचार के बाद भागलपुर रेफर कर दिया गया था. सभी लोग धनबाद से खगड़िया अपने परिजनों की अर्थी को कंधा देने जा रहे थे. टाटा मैजिक व ट्रक की टक्कर में कटोरिया रोड में एक मासूम की जान गयी. अधिकांश सड़क दुर्घटना कटोरिया रोड, भागलपुर बौंसी रोड पर औरिया के करीब शादी का लगन प्रारंभ होने से अब तक आधे दर्जन से अधिक सड़क दुर्घटना हो चुकी है.
कैसे रुकेगा सड़क दुर्घटनाओं का दौर
शादी विवाह का मौसम शुरू होते ही वाहन संचालक के पास रिजर्व की तादात बढ़ जाती है. एक दिन में दो स्थान से भी ज्यादा बुकिंग कर लोगों को गाड़ी उपलब्ध कराया जाता है. यात्री को जल्दी पहुंचाने के चक्कर में जिंदगी की कहानी ठप हो जाती है. वाहन मालिक को चाहिए कि एक दिन में एक स्थान का ही किराया बुकिंग करें. जिससे कोई जल्दबाजी न रहेगी व चालक भी कोई दबाव महसुस नहीं करेंगे व चालक को आराम करने के लिए पर्याप्त समय मिल जायेगा.
कहते हैं डीटीओ
इस संबंध में जिला परिवहन पदाधिकारी मुकेश प्रसाद ने बताया कि वाहन दुर्घटना पर विराम लगाने के लिए वाहन मालिकों व चालकों को कु छ सावधानी बरत कर नियंत्रण पाया जा सकता है. एक वाहन से दूसरे वाहन के पर्याप्त दूरी बनाये रखें. ओवरटेकिंग से बचें. सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन करें. वाहन को नियंत्रित गति सीमा के अंदर चलायें. लगन के दिनों में गाड़ी की लगातार बुकिंग के कारण वाहन संचालक गाड़ी के मेंटनेंस पर ध्यान नहीं देते हैं. जिस कारण थोड़ी सी चूक जिंदगी के सफर को मौत के घाट तक पहुंचा देता है.