बांका :बिहारके बांकामें पंजवारा थाना क्षेत्र के बेलटीकरी गांव में बच्चा चोर के सदस्य होने की अफवाह के बीच एक महिला सहित तीन लोग मॉब लिंचिंग के शिकार होते-होते स्थानीय पुलिस प्रशासन के मदद से बच गये. ग्रामीणों ने तीनों के साथ मारपीट की घटना को अंजाम दिया. इस घटना में गांव के भारी संख्या में ग्रामीण शामिल थे. कोई बच्चा चोर अफवाह की बात कह रहे थे, जबकि कुछ लोगों का कहना है कि मामला पंचायती का था, जिसमें मारपीट की घटना घटी. इसी बीच घटना की सूचना पुलिस को दी गयी. सूचना पर पहुंची पुलिस से ग्रामीण भी उलझ गये. बताया जा रहा है कि पुलिस के साथ धक्का-मुक्की हुई है, पुलिस वाहन पर बांस-बल्ला चलाकर क्षतिग्रस्त किया गया है, लेकिन पुलिस इसकी पुष्टी नहीं कर रही है.
क्या है मामला
जानकारी के अनुसार बांका थाना क्षेत्र के देसरा गांव निवासी संगीता देवी (40) पति मिथिलेश कापरी व उनके पुत्र वासुदेव कापरी (20) व कुनौनी निवासी गाना दास पिता महंगी दास पंजवारा थाना क्षेत्र के बेलटीकरी निवासी गांव के रिश्तेदारी के दामाद जय शंकर मंडल व शंकर मंडल के बुलावे पर उनसे मिलने जा रहे थे. गांव जाने के क्रम में ही नदी पार करते समय ग्रामीणों ने तीनों को घेर कर बच्चा चोर गिरोह का अफवाह फैलाते हुए मारपीट करना शुरू कर दी और देखते ही देखते वहां ग्रामीणों की भीड़ लग गयी. हालांकि तीनों पीड़ित को पुलिस ने अपने अभिरक्षा में थाना ले आया है. जहां तीनों से पूछताछ जारी है. उधर, ग्रामीणों की मानें तो घटना के 15 दिन पूर्व भी तीनों लोग बेलटीकरी गांव आये थे. आशंका होने पर जब इनसे ग्रामीणाें ने पूछताछ की, तो तीनों भाग गये थे. इसी आशंका पर शनिवार को जब तीन को नदी में देखा तो ग्रामीणों ने मारपीट की.
कहते हैं एसपी
पंजवारा थाना की घटना में कोई मॉब लिंचिंग का मामला नहीं है, बेलटीकरी गांव में पीड़ित गांव के शंकर मंडल के बुलावे पर गया था. गांव में उनके रिश्तेदारी के दामाद से गांव वालों के बीच किसी बात को लेकर पूर्व से विवाद चला आ रहा है. पीड़ित संगीता देवी अपने बेटा व एक सहयोगी के साथ जब गांव पहुंची तो विपक्षी के बहकावे में आकर ग्रामीणों ने उनके साथ मारपीट की. पुलिस गांव पहुंचकर मामले की जांच पड़ताल में जुटी हुई है. घटना के दोषी व्यक्ति को किसी भी सूरत में बख्सा नहीं जायेगा. (अरविंद कुमार गुप्ता, एसपी, बांका)